कोलकाता। वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद से तनाव की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन द्वारा हिंसाग्रस्त इलाकों में शांति कायम करने की कोशिशों के बीच रविवार सुबह जिले के धुलियान इलाके में उपद्रवियों द्वारा फिर फायरिंग की खबर है।
बताया जा रहा है बीएसएफ टीम को निशाना बनाकर फायरिंग की गई। इसमें दो बच्चों के घायल होने की खबर है। हिंसाग्रस्त अन्य इलाकों से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इधर, कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर शनिवार रात से ही जिले के हिंसाग्रस्त व संवेदनशील कई इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी गई है। उन्होंने पूरी रात सूती और शमसेरगंज थाना क्षेत्रों में गश्त की। पुलिस भी गांवों का भी दौरा कर रही है। हिंसा के सिलसिले में मुर्शिदाबाद जिले के विभिन्न हिस्सों से अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिला प्रशासन सभी संगठनों के साथ आज सूती में शांति बैठक भी आयोजित करेगा। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार भी शनिवार रात से मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर हैं।
शांति बहाली के लिए डीजीपी जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने खुद कुछ हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में घूमकर स्थिति का जायजा लिया है। शनिवार को उन्होंने सख्त संदेश देते हुए कहा था कि किसी भी तरह की हिंसा व गुंडागर्दी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोई भी व्यक्ति सड़क पर उतरकर कानून अपने हाथ में न लें।
मुर्शिदाबाद हिंसा में तीन लोगों की जा चुकी है जान
मालूम हो कि मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी। 15 पुलिसकर्मियों समेत 17 लोग घायल भी हुए हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट ने शनिवार को मुर्शिदाबाद के हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती का निर्देश दिया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जिले के शमशेरगंज थाना क्षेत्र के जाफराबाद में शुक्रवार को उपद्रवियों ने एक 72 वर्षीय बुजुर्ग और उनके 40 वर्षीय बेटे को घर से खींचकर धारदार चाकू से बेरहमी से हत्या कर दी थी। उपद्रवियों ने घर में भी जमकर तोडफ़ोड़ की। मृतकों की पहचान हरोगोविंद दास (72) और पुत्र चंदन दास (40) के रूप में हुई।
हिंसा से मुर्शिदाबाद का है पुराना नाता
मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिला बांग्लादेश की सीमा से सटा हुआ है। जिले में मुस्लिमों की आबादी करीब 70 प्रतिशत है। यह बंगाल में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला जिला है। मुर्शिदाबाद में पहले भी हिंसा होती रही है। इससे पहले सीएए के खिलाफ भी मुर्शिदाबाद में हिंसा हुई थी। मुर्शिदाबाद से आतंकियों की भी गिरफ्तारी होती रही है।