बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पटना में 17 अप्रैल को महागठबंधन की बैठक होगी। मीटिंग में RJD, कांग्रेस, माले समेत सभी घटक दलों के नेता मौजूद रहेंगे। इस दौरान सीट बंटवारा, CM फेस समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम के साथ प्रभारी कृष्णा अल्लावरू भी इस बैठक में शामिल होंगे। प्रदेश प्रभारी बनने के बाद पहली बार अल्लावरू आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ बैठेंगे और चुनावी रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।
इससे पहले 6 अप्रैल को दिल्ली AIIMS में भर्ती लालू यादव से अल्लावरू ने मुलाकात की थी, लेकिन अभी तक तेजस्वी से मुलाकात नहीं हुई।
I.N.D.I.A के सामने बिहार में 3 चुनौतियां
- सभी पार्टियों में तालमेल बनाना
- सीट बंटवारे का पेंच सुलझाना
- CM फेस पर खींचतान को खत्म करना
1. CM फेस को लेकर RJD-कांग्रेस में तकरार
CM फेस को लेकर राजद-कांग्रेस में तकरार है। कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू पहले ही कह चुके हैं कि चुनाव के बाद CM के चेहरे पर बात होगी।
बीते मार्च में दिल्ली में हुई पार्टी मीटिंग के बाद अल्लावरू ने कहा था- ‘इंडिया गठबंधन जब बैठेगी तब सीट, CM फेस सब पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, नहीं होगा, इस पर सामूहिक निर्णय लिया जाएगा।’
वहीं कल यानी शुक्रवार को कन्हैया की रैली में शामिल होने पटना पहुंचे कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व डिप्टी CM सचिन पायलट ने भी चुनाव में जीत के बाद सब तय करने की बात कही।
दूसरी तरफ RJD महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव को CM का चेहरा घोषित कर चुकी है।
26 मार्च को पटना में बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने कहा था- ‘हमारी पहली प्राथमिकता इंडिया अलायंस को मजबूत करने की रहेगी। इसके लिए क्या रूप रेखा होगी, कैसे सीट का बंटवारा होगा और क्या मुद्दे होंगे इस पर बैठकर चर्चा होगी।’
2. CM फेस के साथ-साथ सीट बंटवारे पर भी रार
एक ओर जहां CM फेस को लेकर RJD-कांग्रेस में कन्फ्यूजन है। वहीं सीट बंटवारे पर भी तकरार है। कांग्रेस कई बार 70 से कम सीट पर नहीं लड़ने की बातें कर चुकी है, जबकि मुकेश सहनी ने 60 सीटें मांगी है।