CM हाउस का घेराव करने निकले कांग्रेसियों को राजपुल के पास रोक दिया गया है। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कन्हैया कुमार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक चल रही है।
पुलिस वाटर कैनन चलाकर प्रदर्शनकारियों को रोक रही है। प्रदर्शन में राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, कांग्रेस की राष्ट्रीय सुप्रिया श्रीनेत सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद हैं।
कांग्रेस नेता सीएम नीतीश कुमार से मिलकर बिहार के युवाओं से जुड़ी दिक्कतों पर बात करना चाहते हैं।
प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि, ‘पलायन बिहार की मुख्य समस्या है। बिहार सरकार ने युवाओं के लिए क्या किया। कोई रोजगार नहीं है। सरकार को कोई चिंता नहीं है। सोते सरकार को उठाने का काम करेंगे। मुझे नहीं पता सरकार हमारी सुनेंगे या नहीं। 8 करोड़ युवाओं ने इस बार बदलाव का मन बना लिया है।’
‘चुनाव के बाद होगा सीएम का फैसला’
इस प्रदर्शन के पहले सचिन पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, बिहार में कांग्रेस महागठबंधन में चुनाव लड़ेगी, लेकिन सीएम कौन होगा इसका फैसला चुनाव के बाद होगा।
पायलट ने कहा कि, नीतीश जी को अगर मोदी को समर्थन देना ही था, तो बिहार के नौजवानों के लिए 10-20 लाख नौकरी मांग लेते हैं। हमें बुरा नहीं लगता। अगर समर्थन की कीमत बिहार के नौजवानों का भविष्य होता है तो हम भी कहते हैं आप जाइए कोई बात नहीं।
बिहार के नौजवान किसी से भीख नहीं मांग रहे हैं। वह इतना चाहते हैं कि रिश्वत और पैसा देकर पेपर आउट ना किया जाए। भेदभाव करके नौकरियों का आवंटन न किया जाए। बिहार के लोग बहुत समझदार हैं। पहले जाति धर्म के नाम पर वोट देते थे, लेकिन अब विकास के नाम पर वोट देते हैं।’