देश के कई राज्यों में भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति बन गई है। असम में बाढ़ के चलते गुरुवार को 8 लोगों की मौत हुई, जिससे अब तक मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 56 हो गया है। 29 जिलों के 21.13 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क में आई बाढ़ में अब तक कुल 31 जानवरों की डूबने से मौत हो चुकी है, जबकि 82 जानवरों को बाढ़ से बचाया गया है।
उत्तराखंड में गंगोत्री-गोमुख ट्रैक पर चिरबासा धारा में आई बाढ़ के चलते उस पर बना लकड़ी का पुल टूट गया। इस धारा में दिल्ली के दो कांवड़िए बह गए। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह घटना गंगोत्री से लगभग नौ किलोमीटर दूर हुई। ग्लेशियर के पिघलने के कारण धारा का जलस्तर अचानक बढ़ गया था।
IMD ने शुक्रवार के लिए 17 राज्यों- जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, सिक्किम, उत्तरी पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, असम, नागालैंड, त्रिपुरा, मिजोरम, महाराष्ट्र, गोवा में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 11 राज्यों- हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक, केरल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
कश्मीर में हीटवेव, स्कूलों में 13 दिन की छुट्टी
एक तरफ जहां बाकी देश मानसूनी बारिश से सराबोर हो रहा है, वहीं गर्मियों में भी ठंडी रहने वाली कश्मीर घाटी इन दिनों तप रही है। श्रीनगर हो या गुलमर्ग, सोनमर्ग हो या फिर अमरनाथ यात्रा रूट, पहली बार पूरी घाटी लू की चपेट में है। पारा लगातार 32 डिग्री से ऊपर बना हुआ है।
श्रीनगर पहली बार बीते 7 दिन से 35 डिग्री से ज्यादा तापमान झेल रहा है। गुरुवार को यह 35.7 डिग्री रहा। यह सामान्य से करीब 7 डिग्री ज्यादा है। इससे पहले 9 जुलाई 1999 को श्रीनगर में 37 डिग्री तापमान था।
हीटवेव के चलते घाटी के स्कूलों में 17 जुलाई तक गर्मी की छुट्टी घोषित कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने भी हेल्थ एडवाइजरी जारी कर दी है। जिन इलाकों में 15 दिन पहले तक बहुत ज्यादा भीड़ थी, वहां गर्मी के चलते पर्यटक घट गए हैं। ये हालात तब हैं, जब जम्मू-कश्मीर में मानसून दस्तक दे चुका है।
देश में मानसून का असर…
1. उत्तराखंड में SDRF ने गुच्चु पानी से 10 लड़कों का रेस्क्यू किया
उत्तराखंड में स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (SDRF) ने देहरादून में रॉबर्स केव (गुच्चु पानी) के पास फंसे 10 लड़कों का रेस्क्यू किया। इन्हें रस्सी के सहारे नदी पार कराई गई। उत्तराखंड के कई जिलों में नदियां उफान पर हैं।चमोली जिले में 1 जुलाई से अब तक सामान्य से 26% ज्यादा (164 मिमी) और बागेश्वर में सामान्य से 75% ज्यादा (315.8 मिमी) बारिश हुई है।
2. काजीरंगा नेशनल पार्क में 20 जानवरों का इलाज जारी
काजीरंगा नेशनल पार्क में 23 हॉग हिरण की जान बाढ़ में डूबने से गई, जबकि 15 हॉग हिरण की इलाज के दौरान मौत हुई। जिन जानवरों का रेस्क्यू किया गया है उनमें 73 हॉग हिरण, दो ऊदबिलाव, दो सांभर, एक स्कॉप्स उल्लू, एक गैंडे का बच्चा, एक भारतीय खरगोश और एक जंगली बिल्ली शामिल हैं। फिलहाल 20 जानवरों का इलाज चल रहा है, जबकि इलाज के बाद 31 जानवरों को छोड़ दिया गया है।
3. देश में मानसूनी बारिश की कमी सामान्य से सिर्फ 3% कम
मौसम विभाग के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में देश के नॉर्थवेस्ट और नॉर्थईस्ट राज्यों में हुई भारी बारिश के चलते देश में मानसूनी बारिश का डेफिसिट 30 जून को 11% से घटकर 4 जून को सिर्फ 3% रह गया। 1 जून से शुरू हुए चार महीने के मानसून सीजन में अब तक 196.9 मिमी की सामान्य बारिश के मुकाबले 190.6 मिमी बारिश हुई है।
आगे कैसा रहेगा मौसम…
- 5 जुलाई को मध्य प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने और 30-40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
- 6 जुलाई को उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, गुजरात राज्य, तमिलनाडु, पुडुचेरी के अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने का अनुमान है।
- 6 जुलाई को उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, गोवा बिहार, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट है।