मौसम विभाग (IMD) ने देश के 25 राज्यों में आज और अगले 5 दिन बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, बिहार, झारखंड, दक्षिण और नॉर्थ-ईस्ट के राज्य शामिल हैं।
बिहार में मॉनसून की झामझाम बारिश अब लगभग हर जिले में देखने को मिल रही है. मॉनसून की बारिश के साथ ही लोगों को गर्मी से राहत मिली है. लेकिन, बिजली चमकने और ठनका गिरने की घटनाओं ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. मौसम विभाग ने बिहार के कई जिलों में अगले 72 घंटे के लिए भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. ऐसे में मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. किसी भी हालत में लोग खुले स्थानों पर खेत, खलिहानों में नहीं रहने की बात कही.
वहीं मौसम विभाग ने बिजली चमकने और ठनका से बचने की भी अपील की है. मौसम विभाग ने पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, भोजपुर, बक्सर, अरवल, भभुआ, रोहतास और औरंगाबाद के अनेक स्थानों में हल्के से मध्यम स्तर की वर्षा होने का पूर्वानुमान है. शेष सभी जिलों के एक या दो जगहों पर हल्की वर्षा का पूर्वानुमान है.
इस दौरान तेज आंधी, मेघगर्जन और बिजली गिरने का खतरा भी बना हुआ है. इसको देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र ने भोजपुर, बक्सर, भभुआ, रोहतास, औरंगाबाद और अरवल में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में ठनका गिरने की संभावना ज्यादा है. झोंके के साथ हवा की रफ्तार 30 से 40 किमी प्रति घंटे रहने की संभावना है. इसके अलावा अधिकांश जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया. लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. मौसम विभाग ने पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, भागलपुर, खगड़िया, कटिहार और बांका जिले के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग ने बताया कि मानसून अब देश के करीब सभी राज्यों में पहुंच गया है। अगले तीन दिन में यह राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के बाकी बचे हिस्से को भी कवर कर लेगा। जून में देशभर में 165.3 mm की जगह 147.2mm बारिश हुई है। यह सामान्य से 11% कम है।
महाराष्ट्र के उत्नागिरी जिले के चिपलूण स्थित शिव नदी में मगरमच्छों की संख्या बढ़ी है। बरसात में नदी के भरने की वजह से मगरमच्छ सड़क व बस्तियों की ओर आ रहे हैं। रविवार को लोनावला में एक ही परिवार के 5 लोग भुशी डैम में बह गए। इनमें एक महिला, 13 साल की लड़की, 6 साल की 2 बच्चियां और 4 साल का एक लड़का शामिल था। तीन के शव बरामद हुए हैं।
रविवार को महाराष्ट्र, बिहार, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश समेत कई अन्य राज्यों में भारी बारिश हुई। गुजरात में बारिश से सूरत, भुज, वापी, भरूच और अहमदाबाद में सड़कों और घरों में पानी भर गया।
देश में लगातार तीसरे साल सामान्य से कम बारिश
दो-तीन दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों में मूसलाधार बारिश से बीते गुरुवार (27 जून) तक जून में बारिश की जो 19% कमी थी, वह रविवार (30 जून) को घटकर 11% रह गई। 29 जून तक सामान्यत: 165.3mm बारिश होनी चाहिए, लेकिन 147.2mm बारिश हुई है। यह तीसरा वर्ष होगा, जब जून में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है। 10 वर्षों में ऐसा चार बार ही हुआ है कि बारिश सामान्य से ज्यादा हुई है।
मानसून कहां-कहां पहुंचा
दक्षिण-पश्चिम मानसून निकोबार में 19 मई को पहुंच गया था। केरल में इस बार दो दिन पहले, यानी 30 मई को मानसून पहुंचा। इसी दिन नॉर्थ-ईस्ट राज्यों को भी कवर कर लिया। फिर 12 से 18 जून तक (6 दिन) मानसून रुका रहा। 6 जून को मानसून ने महाराष्ट्र में एंट्री ली और 11 जून को गुजरात में दाखिल हुआ।
मानसून 12 जून तक केरल, कर्नाटक, गोवा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को पूरी तरह कवर कर चुका था। साथ ही दक्षिण महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्सों, दक्षिणी छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, दक्षिणी ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और सभी पश्चिमोत्तर राज्यों में पहुंच गया था।
18 जून तक मानसून महाराष्ट्र के जलगांव, अमरावती, चंद्रपुर, छत्तीसगढ़ के बीजापुर, सुकमा, ओडिशा के मलकानगिरी और आंध्र प्रदेश के विजयनगरम तक पहुंचा था। हालांकि, इसके बाद मानसून रुका रहा। 21 जून को मानसून डिंडौरी के रास्ते मध्य प्रदेश पहुंचा और 23 जून को गुजरात में आगे बढ़ा।
राजस्थान में मानसून ने 25 जून को एंट्री ली और मध्य प्रदेश के आधे के ज्यादा क्षेत्र को कवर कर लिया। 25 जून की ही रात मानूसन ललितपुर के रास्ते उत्तर प्रदेश में दाखिल हुआ। 26 जून को मानसून MP और UP में आगे बढ़ा। 27 जून को मानसून उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और उत्तरी पंजाब में दाखिल हुआ।
28 जून को मानसून ने दिल्ली और हरियाणा में एंट्री ली। 30 जून तक मानसून ने तकरीबन पूरे देश को कवर कर लिया है। राजस्थान, हरियाणा और पंजाब का कुछ हिस्सा ही बाकी है। अगले तीन दिन में यहां भी मानसून पहुंचने का अनुमान है। मौसम विभाग का अनुमान है कि जून में मानसून सामान्य से कम यानी 92% लंबी अवधि के औसत (LPA) से कम रहेगा।