नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शुक्रवार (28 जून) की रात UGC-NET, CSIR-NET और NCET की परीक्षाओं की नई तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। ये एग्जाम 10 जुलाई से 4 सितंबर के बीच होंगे। ये तीनों परीक्षाएं पहले जून में होनी थी, जो अलग-अलग वजहों से कैंसिल हो गई थीं।
नई तारीखों के मुताबिक NCET का एग्जाम 10 जुलाई को होगा। UGC NET 21 अगस्त से 4 सितंबर के बीच CSIR-UGC NET 25 जुलाई से 27 जुलाई के बीच होगा।
इस बार एग्जाम मोड भी ऑनलाइन रखा गया है। रद्द होने से पहले UGC-NET पेन और पेपर मोड में हुआ था।
इनके अलावा ऑल इंडिया आयुष पोस्ट ग्रेजुएट एंट्रेस एग्जाम (AIAPGET) 2024 तय तारीख यानी 6 जुलाई को होगा।
क्या महत्व रखते हैं ये एग्जाम
- UGC NET: ये एग्जाम देशभर की यूनिवर्सिटीज में PhD एडमिशन्स, जूनियर रिसर्च फेलोशिप यानी JRF और असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए होता है। 19 जून को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) को गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर से परीक्षा में गड़बड़ी के इनपुट्स मिले थे। शिक्षा मंत्रालय का कहना था- यह संकेत मिला कि परीक्षा कराने में ईमानदारी नहीं बरती गई। इसके बाद शिक्षा मंत्रालय ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को इसे कैंसिल करने का आदेश दिया था। केंद्र ने जांच के लिए मामला सीबीआई को सौंप दिया है। 18 जून को परीक्षा 83 सब्जेक्ट्स में हुई थी। एग्जाम 2 शिफ्टों में और देश के 317 शहरों में हुआ। इसमें 11.21 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन हुआ था, लेकिन लगभग 81% ने ही परीक्षा दी थी। इस साल यह एग्जाम पेन-पेपर मोड में हुआ था। जबकि पहले ऑनलाइन होता था।
- CSIR NET: यह एग्जाम कैमिकल साइंस, अर्थ, एटमॉस्फीयर, ओशियन एंड प्लेनेटरी साइंस, लाइफ साइंस, मैथमेटिकल साइंस और फिजिकल साइंस में पीएचडी एडमिशन के लिए कंडक्ट किया जाता है। परीक्षा 25 जून से 27 जून तक होनी थी। 21 जून को रद्द कर दी गई। वजह बताई गई कि NTA के पास रिसोर्सेस की कमी है। इस एग्जाम के लिए 2 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया था।
- NCET: यह परीक्षा 4 साल के इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम में एडमिशन के लिए कंडक्ट की जाती है। इसके जरिए सेंट्रल और स्टेट यूनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूशन में एंट्रेस मिलता है। इसमें IIT, NIT, RIE और सरकारी कॉलेज शामिल हैं। 12 जून को एग्जाम शुरू होने से कुछ घंटे पहले ही स्थगित कर दिया गया था, यह अब 10 जुलाई को आयोजित की जाएगी।
NEET एग्जाम में कंट्रोवर्सी की वजह से घिरा है NTA
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA पहले से ही NEET UG 2024 विवाद को लेकर आरोपों से घिरी है। 11 जून को सुप्रीम कोर्ट ने स्टूडेंट शिवांगी मिश्रा और 9 अन्य छात्रों की याचिका पर सुनवाई की थी। इसे रिजल्ट की घोषणा से पहले 1 जून को दायर किया गया था। कैंडिडेट्स ने बिहार और राजस्थान के एग्जाम सेंटर्स पर गलत क्वेश्चन पेपर्स बंटने के चलते हुई गड़बड़ी की शिकायत की थी और परीक्षा रद्द कर SIT जांच की मांग की गई थी।
हालांकि, SC ने NEET काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था और NTA को नोटिस जारी किया था। कोर्ट ने NEET UG 2024 में पेपर लीक, ग्रेस मार्किंग सहित अन्य गड़बड़ियों पर सवाल उठाए थे। जस्टिस विक्रमनाथ और जस्टिस ए. अमानुल्लाह की पीठ ने कहा था कि परीक्षा की पवित्रता प्रभावित हुई है, हमें जवाब चाहिए। नोटिस में बेंच ने केंद्र और परीक्षा कराने वाली एजेंसी NTA से 4 हफ्ते में जवाब मांगा था।
NEET पेपर लीक केस में CBI ने 5 को अरेस्ट किया
NEET पेपर लीक मामले में CBI ने अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। 27 जून को मनीष प्रकाश और आशुतोष पटना से गिरफ्तार किया था। इन्होंने कैंडिडेट को लीक पेपर रटवाने के लिए प्ले स्कूल बुक कराया था। यहीं से पेपर के जले टुकड़े भी मिले थे। 28 जून को हजारीबाग से 3 लोगों की गिरफ्तारी हुई। इनमें ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज और पत्रकार जमालुद्दीन हैं। इस मामले में 5 राज्यों से 27 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
NTA ने एग्जाम में सुधार के लिए सुझाव मांगे
NTA में सुधार के लिए बनी हाई लेवल कमेटी ने 27 जून से 7 जुलाई के बीच स्टूडेंट्स और पेरेंट्स से सुझाव मांगे हैं। टीचर्स और इंस्टीट्यूट्स भी अपने सुझाव दे सकते हैं। NTA की मॉनिटरिंग के लिए शिक्षा मंत्रालय ने 22 जून को कमेटी का गठन किया था। ISRO के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के. राधाकृष्णन कमेटी के अध्यक्ष हैं।