जनता दल यूनाइटेड की आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने जा रही है. राजधानी दिल्ली में हो रही ये बैठक कई मायनों में खास बताई जा रही है. दरअसल अब तक नीतीश कुमार ने एनडीए में अपना सहयोग देने के बाद कोई बड़ी डिमांड जाहिर नहीं की है. लेकिन पार्टी को उम्मीद है कि जेडीयू बिहार को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाएगी. ऐसे में हो सकता है कि इस पार्टी में नीतीश कुमार एनडीए खास तौर पर बीजेपी पर कोई दबाव बनाने का संकेत दे डालें, हालांकि इसके अलावा भी इस मीटिंग में नीतीश कुमार कुछ बड़े फैसले ले सकते हैं. आइए जानते हैं किन फैसलों पर रहेगी सबकी नजर.
जेडीयू की मीटिंग पर सबकी नजर
दिल्ली में भले ही जेडीयू की बैठक होने जा रही है, लेकिन इस बैठक पर देशभर के सियासी दलों की नजरें हैं. एनडीए और इंडिया ब्लॉक दोनों ही इस बैठक को काफी अहम मान रहे हैं. बैठक में हिस्सा लेने के लिए नीतीश कुमार एक दिन पहले यानी शुक्रवार को ही अपने लाव लश्कर के साथ दिल्ली पहुंच चुके हैं.
क्या-क्या होगा इस बैठक में
– जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लोकसभा चुनाव नतीजों की समीक्षा होगी
– आगामी विधानसभा चुनाव जो 2025 में होना है उसको लेकर विचार और रणनीति पर चर्चा
– विधानसभा चुनाव की तैयारियों और संगठनात्मक विषयों पर मंथन प्रमुख रूप शामिल रहेगा.
क्या बड़े फैसले ले सकते हैं नीतीश कुमार
जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कुछ अहम फैसले ले सकते हैं. इस बैठक में नीतीश कुमार के बेटे निशांत की एंट्री को लेकर बड़ा ऐलान हो सकता है. नीतीश बेटे को कोई अहम जिम्मेदारी भी सौंप सकते हैं. इसके अलावा जिस फैसले पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं वह है जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर किसे काबिज किया जाएगा. इसको लेकर भी नीतीश कुमार बड़ा ऐलान करेंगे.
जेडीयू अध्यक्ष रेस में किसका नाम आगे
जेडीयू के अध्यक्ष पद की रेस में संजय झा का नाम सबसे आगे चल रहा है. संजय झा जेडीयू में ब्राह्मण चेहरा और मिथिला क्षेत्र के कद्दावर नेता में गिने जाते हैं. पार्टी उनके साथ-साथ जातिगत समीकरण साधने की भी कोशिश करेगी. लोकसभा चुनाव के दौरान भी बीजेपी के साथ जेडीयू के गठबंधन में संजय झा को रोल काफी अहम माना जा रहा था. ऐसे में नीतीश कुमार उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपकर बीजेपी के साथ अपने संबंधों और जरूरतों को पूरा करने की भी कोशिशें कर सकते हैं.
संजय झा के अलावा नीतीश कुमार इस बैठक में मनीष वर्मा को लेकर भी कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं. मनीष वर्मा नीतीश के करीबी माने जाते हैं. उन्हीं की जाति के होने के साथ-साथ नालंदा से भी मनीष वर्मा का गहरा नाता है. माना जा रहा है कि उन्हें पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है.