नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है और गिरफ्तार आरोपितों पर शिकंजा कसने की प्रक्रिया में तेजी लाई है. 26 जून को सीबीआई सिकंदर सहित कई आरोपितों को रिमांड पर लेने के लिए सीबीआई कोर्ट में आवेदन कर सकती है. आर्थिक अपराध इकाई ने इस केस को सीबीआई को सौंप दिया है और सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है. वहीं सीबीआई ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है. दर्ज एफआईआर की कॉपी 25 जून को पटना सीबीआई के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी हर्षवर्धन सिंह की कोर्ट में पहुंचाई गई. सीबीआई के अधिकारी ने अपने वकील अमित कुमार के साथ विशेष कोर्ट में सभी कागजात को जमा कर दिया है और सभी आरोपितों की पेशी कराने और रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
आठ आरोपितों की पहचान
इसके साथ ही आपको बता दें कि सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में आठ आरोपितों को नामजद अभियुक्त बनाया है. इनमें नीतीश कुमार, अखिलेश कुमार, रॉकी, सिकंदर यादवेंदु, बिट्टू कुमार, संजीव, अमित आनंद और आयुष राज शामिल हैं. हालांकि, रॉकी और संजीव अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सके हैं. इसके अलावा, एफआईआर में अज्ञात व्यक्तियों पर भी मामला दर्ज किया गया है.
पटना से नीट पेपर लीक कांड का पर्दाफाश
वहीं नीट पेपर लीक कांड का पर्दाफाश पटना से ही हुआ. 4 मई को, परीक्षा से एक दिन पहले, पटना के खेमनीचक स्थित लर्न प्ले स्कूल में कई छात्रों को लाया गया था और उन्हें प्रश्न-उत्तर रटवाए गए थे. 25 जून को सीबीआई की टीम इस स्कूल में भी पहुंची और जांच की. इस मामले के तार झारखंड समेत कई अन्य राज्यों से जुड़े हैं.
परीक्षार्थियों और परिजनों के बयान
आपको बता दें कि इस मामले में कई परीक्षार्थियों और उनके परिजनों के बयान लिए गए हैं. सबने कबूल किया है कि कैसे पेपर लीक में सेटिंग की गई थी. मास्टरमाइंड संजीव मुखिया जो नालंदा का रहने वाला है, अभी फरार है. आरोपित की जमानत पर दो जुलाई को सुनवाई होने वाली है.
रिमांड पर लेने की तैयारी
आपको बता दें कि सीबीआई ने सभी आरोपितों की रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. सीबीआई का उद्देश्य है कि रिमांड के दौरान आरोपितों से विस्तृत पूछताछ कर मामले की गहराई तक पहुंचा जा सके. इस प्रक्रिया के दौरान सीबीआई विभिन्न राज्यों में अपने जांच का दायरा बढ़ा सकती है.
न्यायिक प्रक्रिया और अगली सुनवाई
इसके अलावा आपको बता दें कि सीबीआई ने विशेष कोर्ट में सभी कागजात जमा कर दिए हैं और अब रिमांड की प्रक्रिया चल रही है. इस मामले की अगली सुनवाई दो जुलाई को होने वाली है, जिसमें आरोपितों की जमानत पर विचार किया जाएगा. सीबीआई का प्रयास है कि इस मामले में सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा सके और नीट जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा की शुचिता को बनाए रखा जा सके.
वहीं इस प्रकार, सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में अपनी सक्रियता दिखाते हुए तेजी से कार्रवाई की है और आरोपितों को नामजद कर जांच की प्रक्रिया में तेजी लाई है. यह देखना होगा कि न्यायिक प्रक्रिया में आगे क्या होता है और कैसे इस मामले का निपटारा होता है.