बिहार में एनडीए सरकार एक्शन में है. बिहार की नीतीश सरकार ने महागठबंधन सरकार में हुई अनियमितता की जांच के बाद कार्रवाई तेज कर दी है. बिहार सरकार के पीएचईडी विभाग ने बिहार में करीब 826 करोड़ के टेंडर को रद्द कर दिया है. पीएचईडी मंत्री नीरज बबलू ने आरजेडी कोटे के विभागों से अलॉट 800 करोड़ के टेंडरों को रद्द करने का आदेश दिया है. वहीं बिहार में टेंडरों को रद्द करने के मामले में अब PHED विभाग के मंत्री नीरज कुमार बबलू का बड़ा बयान सामने आया है.
पीएचईडी विभाग में करोड़ों का ठेका रद्द करने के मामले को लेकर मंत्री नीरज बबलू ने कहा कि टेंडर में गड़बड़ियों के कारण इन्हें रद्द किया गया है. नीरज बबलू ने कहा कि महागठबंधन की सरकार में जो टेंडर किया गया उसमें काफी गड़बड़ी थी. इसलिए इन्हें रद्द कर दिया गया है. हमलोग फिर से जल्द से नया टेंडर निकलेंगे. हर घर नल का जल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सपना. हम लोगों के सपने को पूरा करने में जुटे हैं. नल जल योजना में कई जगह गड़बड़ी और शिकायत थी. 6 महीनों में नल जल की व्यवस्था ठीक हो इसलिए फिर से नया टेंडर निकाला जा रहा है.
वहीं इस मामले में पूर्व PHED मंत्री ललित कुमार यादव भी बड़ा बयान सामने आया है. टेंडर को रद्द करने में मंत्री की कोई भूमिका नहीं होती. जानबूझकर ये लोग अपना चेहरा चमका रहे हैं. यह टेंडर पहले ही रद्द हो चुका था. नल जल योजना में कोई गड़बड़ी हुई ही नहीं है. हम लोगों ने सिर्फ टेंडर पास किया था काम शुरू हुआ ही नहीं था. पांच लाख का भी काम नहीं हुआ तो फिर गड़बड़ी कहां हुई है. हमारी सरकार में कोई काम उस समय हुआ ही नहीं था. फिर गड़बड़ी कैसे होगी?