CBI ने NEET एग्जाम मामले में पांच नए केस दर्ज किए हैं। NEET परीक्षा के पेपर लीक की जांच में अब तक देश के 4 राज्यों से 25 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें गुजरात, बिहार के एक-एक और तीन मामले राजस्थान के हैं। इसमें से एक FIR खुद CBI दर्ज कर चुकी है।
इसमें बिहार से 13, झारखंड से 5, गुजरात से 5 और महाराष्ट्र से 2 शामिल हैं। बिहार के 13 आरोपियों की जमानत पर आज सेशन कोर्ट में सुनावाई होनी है।
झारखंड में सुरक्षा अधिकारियों के भरोसे नहीं, ड्राईवर के साथ भेजे गए क्वेश्चन पेपर
झारखंड के हजारीबाग से जिस ओएसिस स्कूल से पेपर लीक होने का आरोप है, वहां कि प्रिंसिपल डॉक्टर एहसान उल अक ने कहा कि पेपर 5 मई को सुबह 8:30 बजे मिल गया था। दोपहर 2 बजे से एग्जाम था और 1:15 बजे डिजिटल लॉक बीप की आवाज से क्वेश्चन पेपर के बॉक्स खुलने थे। डिजिटल लॉक नहीं खुला तो हमनें 1:20 के बाद NTA के कहने पर कटकर से काटकर बॉक्स खुलवाए। हमें शक है कि ये बॉक्स पहले ही खुल चुके थे।
बिहार पुलिस को शक है कि जिस पॉली बैग में क्वेश्चन पेपर रखे थे उसे पहले ही नीचे से काट लिया गया था और बाद में ग्लू की मदद से चिपकाया गया। वहीं, NEET के पेपर्स को सेंटर्स तक पहुंचाने के लिए बैंक से कलेक्ट करना होता है। इससे पहले सील बंद गाड़ी में सुरक्षा अधिकारियों के साथ क्वेश्चन पेपर्स बैंक तक पहुंचाए जाते हैं, लेकिन पेपर को सिर्फ ड्राईवर के भरोसे ब्लू डार्ट कूरियर के ई-रिक्शा के जरिए बैंक तक पहुंचाया गया था।
महाराष्ट्र में ATS ने 4 लोगों के खिलाफ दर्ज की FIR, 3 को हिरासत में लिया
महाराष्ट्र में ATS ने 4 शिक्षकों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। 23 जून को नांदेड़ ATS ने लातूर के 2 टीचर्स- संजय तुकाराम जाधव और जलील खान उमर खान पठान के खिलाफ पब्लिक एग्जाम एक्ट 2024 के तहत मामला दर्ज किया था। इनके साथी कोंगलवार से पूछताछ के बाद 24 जून को हिरासत में लिया गया है। ये प्राइवेट कोचिंग क्लास चलाते हैं। वहीं, गंगाधर नाम का आरोपी अब भी फरार है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता (शरद चंद्र पवार) ने सोमवार को राज्यपाल रमेश बैस के साथ बैठक की। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से पेपर लीक और अनियमितताओं को रोकने के लिए केंद्र द्वारा अपनाए गए कानून की तरह ही एक कानून बनाने की मांग की।
NTA के DG को हटाया, अर्जेंट फैसले अब भी चेयरमैन ले रहे
NEET पेपर लीक मामले में NTA डायरेक्टर सुबोध कुमार हटाए जा चुके हैं, लेकिन अभी भी सभी बड़े फैसले चेयरमैन ले रहे हैं। NTA के सबसे अर्जेंट फैसले चेयरमैन प्रोफेसर प्रदीप जोशी की अध्यक्षता में NTA की गवर्निंग बॉडी लेती है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार पुलिस ने जले हुए क्वेश्चन पेपर्स से मिलाने के लिए NTA से ओरिजिनल क्वेश्चन पेपर मांगा था, लेकिन एक महीने तक पुलिस को ये पेपर नहीं दिए गए।
परीक्षा प्रणाली से जुड़े जानकारों के मुताबिक पेपर लीक, परीक्षा में देरी, कुछ स्टूडेंट्स को मनमाने सेंटर मिलने जैसी शिकायतें अर्जेंट मैटर की लिस्ट में आती हैं। NTA मैनुअल के मुताबिक अर्जेंट मामलों पर फैसला NTA की गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन की मंजूरी से होता है।
ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी
NEET मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने PM से कहा है कि सेंट्रलाइज्ड परीक्षा का सिस्टम खत्म हो और पहले की तरह डीसेंट्रलाइज्ड हो। यानी राज्य और केंद्र अलग-अलग परीक्षाएं आयोजित करें।
NSUI ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया
NEET परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर NSUI के सदस्यों ने सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकरियों ने संसद घेरने के प्रयास में पुलिस बैरिकेड तोड़ने की भी कोशिश की थी। प्रदर्शन में परीक्षा रद्द करने और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की गई।
NEET मामले की जांच ED को सौंपने पर फिलहाल SC का आदेश नहीं
इससे पहले आज सोमवार को NEET UG मामले की जांच ED को सौंपने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने कोई आदेश नहीं दिया। जस्टिस एएस ओका और जस्टिस राजेश बिंदल की वेकेशन बेंच ने कहा कि मामले की अगली सुनवाई 8 जुलाई को होने दें। अभी कोई जल्दबाजी नहीं है।
यह सुनवाई 10 जून को सुप्रीम कोर्ट में दायर शिवानी मिश्रा समेत 10 शिकायतकर्ताओं की याचिका पर ही थी। एडवोकेट मैथ्यूज नेदुम्परा ने एग्जाम में गड़बड़ियों की जांच ED को सौंपने और दोषियों पर मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई किए जाने की अपील की थी।
NTA अधिकारियों के OMR शीट से छेड़छाड़ करने को लेकर दर्ज हुई याचिका
सुप्रीम कोर्ट में NEET कंट्रोवर्सी से जुड़ी याचिका पर सुनवाई हुई। याचिकाकर्ता ने NEET UG एग्जाम में OMR शीट से छेड़छाड़ में NTA की भूमिका की जांच CBI और ED को सौंपने की मांग की है। इसे रिट याचिका के तौर पर फाइल किया गया था। मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस मनोज मिश्रा और एसवीएन भट्टी की बेंच ने रिट याचिका दायर करने पर सवाल उठाया। बेंच ने कहा कि इस मामले में रिट पिटीशन की क्या वैधता है। इस मामले की अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी।
बिहार-झारखंड के 100 अभ्यर्थियों को NEET-UG का पेपर मिला था
बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध यूनिट (EOU) ने NEET-UG पेपर लीक केस की रिपोर्ट रविवार रात केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को सौंप दी। सूत्रों के मुताबिक इसमें कहा गया है कि 5 मई को सेंटर पहुंचने से पहले ही बिहार-झारखंड के 100 अभ्यर्थियों को नीट का पेपर मिल गया था।
EOU के मुताबिक, चिंटू के वॉट्सएप पर 5 मई की सुबह NEET-UG का प्रश्न पत्र उत्तर के साथ PDF फाइल में पहुंचा। उसने खेमनीचक स्थित लर्न एंड प्ले स्कूल के वाईफाई प्रिंटर से प्रिंट निकलवाया। चिंटू के फोन पर पेपर कहां से आया था, इसकी जांच हो रही है।
NEET एग्जाम में फर्जी कैंडिडेट बनकर एग्जाम सेंटर पर पहुंचने वाले जोधपुर एम्स के MBBS स्टूडेंट हुक्माराम गोदारा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। वह प्रयागराज (UP) के एक मशहूर डॉक्टर RK पांडे के बेटे राज पांडे की जगह बिहार के सेंटर पर एग्जाम देने बैठा था। इसके लिए उसे 4 लाख रुपए मिलने थे। सेंटर पर बायोमेट्रिक जांच के दौरान पकड़ा गया था।
इसके बाद मुजफ्फरपुर (बिहार) के मालीघाट स्थित डीएवी स्कूल के NEET सेंटर पर मौजूद कर्मचारियों ने उससे माफीनामा लिखवाया और जाने दिया। इसे लेकर स्कूल भी संदेह के घेरे में है।
NTA में सुधार के लिए 7 सदस्यों की कमेटी बनाई गई
इससे पहले 22 जून की दोपहर शिक्षा मंत्रालय ने NTA की परीक्षाओं में गड़बड़ियां रोकने और पारदर्शिता लाने के लिए 7 सदस्यीय हाई लेवल कमेटी का ऐलान किया था। ISRO के पूर्व चेयरमैन और IIT कानपुर के पूर्व डायरेक्टर के. राधाकृष्णन इसके चीफ बने। यह कमेटी 2 महीने में शिक्षा मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगी।