विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल ब्रिटेन की जेल से अब असांजे बाहर आ गए हैं. उन्हें बेल्मार्श की जेल से करीब 5 साल बाद रिहा किया गया है. खास बात यह है कि उनकी इस रिहाई के पीछे एक बड़ी डील शामिल है. माना जा रहा है कि इस समझौते के तहत ही जूलियन असांजे को रिहाई मिली है. बताया जा रहा है कि जेल से रिहा होने के बाद जूलियन सीधे ऑस्ट्रेलिया स्थित अपने निवास के लिए रवाना भी हो गए.
अमेरिकी डील ने दिलाई रिहाई
बताया जा रहा है कि असांजे की रिहाई के पीछे अमेरिका के साथ हुई एक खास डील है. इसके तहत अमेरिकी द्वीप नॉर्दन मरियाना की कोर्ट में फाइल किए गए डॉक्यूमेंट्स पर नजर दौड़ाएं तो जूलियन को इसी हफ्ते यानी जून के अंतिम तारीखों में ही कोर्ट में पेश होना है और इस दौरान सीक्रेट डिफेंस डॉक्यूमेंट्स को हासिल करने एवं उसे लोगों तक पहुंचाने के केस में अपना जुर्म स्वीकार कर लेंगे. इसी डील के तहत उन्हें रिहा होने में मदद मिली है.
क्या थे जूलियन असांजे पर आरोप
दरअसल स्वीडन के प्रत्यपर्ण से बचने के लिए जूलियन असांजे को इक्वाडोर के लंदन दूतावास में सात वर्ष रहने के बाद अरेस्ट कर लिया गया था. जूलियन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए गए थे. हालांकि बाद में इन्हें हटा लिया गया था. लेकिन जो महत्वपूर्ण वजह थी वह यह कि जूलियन असांजे ने 2007 में इराक और अमेरिका हेलीकॉप्टर गनशिप से की गई गोलीबारी में नागरिकों को मारे जाने का वीडियो और उससे जुड़ी सामग्री को सार्वजनिक कर दिया था.
इसके बाद यूएस ने जूलियन पर 1917 जासूसी अधिनियम के तहत आरोप लगाए थे. ऐसे में उन्हें 175 वर्ष की जेल होने की संभावना थी. वहीं ब्रिटिश सरकार की ओर से 2022 में उनके प्रत्यपर्ण को मंजूरी दे दी गई थी.
यही नहीं असांजे पर एक और बड़ा आरोप है उन्होंने 2010 में पूर्व सैन्य खुफिया एनालिटक्स चेल्सी मैनिंग की ओर से दिए गए सीक्रेट सैन्य रिकॉर्ड्स को पब्लिश कर दिया था. ऐसे में सरकारी डेटा चुराने और उसके पब्लिश करने के केस में उन्हें 2019 में 18 केस का सामना करना पड़ा.