नीट (NEET) पेपर लीक मामले में की जांच अब सीबीआई (CBI) को सौंप दी गई है. ऐसे में अब सीबीआई की टीम नीट पेपर लीक मामले की जांच करने पटना पहुंचने वाली है. बिहार सरकार ने सीबीआई को नीट यूजी 2024 को लेकर 5 मई 2024 को जो शास्त्रीनगर थाना में केस दर्ज हुआ था उसे टेक ओवर करने की अनुमति दे दी है.
इओयू (EOU) के एडीजी नैयर हसनैन खां ने जानकारी देते हुए बताया कि सीबीआई की टीम जल्द पटना पहुंचेगी और केस को टेक ओवर करेगी. इओयू केस से रिलेटेड सारा दस्तावेज सीबीआई को सौंप देगी. बता दें, नीट पेपर लीक मामले में ईओयू ने कई अहम खुलासे किए हैं. लेकिन, देश भर में नीट को लेकर बढ़ते बवाल के बाद अब इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गयी है. सीबीआई की टीम पटना पहुंचते ही अलग-अलग एंगल से जांच करेगी.
सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के मुताबिक ईओयू की टीम सीबीआई को नीट पेपर लीक मामले से जुड़ी कई अहम जानकारी शेयर करेगी. ईओयू की टीम नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों से मिली महत्वपूर्ण जानकारी, जले हुए प्रश्न पत्र, मास्टर माइंड संजीव मुखिया, सिंटू के खुलासे समेत तमाम बिन्दुओं से जुड़े दस्तावेजों को सीबीआई को सौंपेगी. ईओयू के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि आज नीट पेपर लीक मामले की जांच करने सीबीआई की टीम आज पटना पहुंचेगी. सीबीआई की टीम ईओयू के अधिकारियों से मुलाकात करेंगी.
आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों की मानें तो सीबीआई टीम के जांच करने वाले अधिकारी आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों से मुलाकात कर नीट पेपर लीक मामले में अब तक की हुई जांच का पूरा विवरण लेंगे. इसके बाद आर्थिक अपराध इकाई का इस मामले में कोई रोल नहीं रह जाएगा.बता दें कि बिहार सरकार ने भी नीट पेपर लिखित कांड मामले की जांच करने के लिए सीबीआई को अनुमति दे दी है. सीबीआई ने नीट यूजी मामले में धारा 120 और 420 के तहत पहली FIR भी दर्ज कर ली है. गुजरात सरकार ने गोधरा मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है.
EOU की जांच के बाद एनटीए चीफ पर एक्शन
नीट यूजी पेपर लीक मामले में गड़बड़ी पाए जाने के बाद एनटीए के चीफ सुबोध कुमार को हटाए जाने के पीछे बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) की जांच बड़ी वजह मानी जा रही है. क्योंकि ईओयू ने अपनी जांच में बताया है कि हजारीबाग में परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र के स्टोरेज, हैंड ओवर और ट्रांसपोर्टेशन तक में लापरवाही बरती गई है. रविवार को ईओयू ने ने प्रेस रिलीज के जरिए अबतक की पूरी जांच की जानकारी दी. साथ ही ईओयू ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की इस पूरे मामले में क्या भूमिका रही है और कैसे अभ्यर्थियों तक पेपर पहुंचाए गए हैं. साथ ही सॉल्वर गैंग के माध्यम से उन सभी प्रश्नों का हल ढूंढकर छात्रों को रटवाए गए हैं.
नीट पेपर लीक में बड़ा खुलासा: चिंटू ने बताया कैसे हुआ पेपर लीक, कितने में हुई थी डील?
नीट परीक्षा में पेपर लीक के मामले को लेकर पूरे देश में हंगामा मचा है। इस मामले की जांच अब सीबीआई के हवाले की गई है जिसमें एफआईआर दर्ज की गई है। इसके तार कई राज्यों से जुड़े हैं। बिहार पुलिस ने इसका खुलासा किया था। सूत्रों के अनुसार, लर्न प्ले स्कूल में प्रश्न पत्र और आंसर के 10-12 प्रिंट निकालने के बाद ही प्रिंटर खराब हो गया था। इस कारण छात्रों की संख्या के हिसाब से प्रिंट आउट नहीं निकल पाया, जिस वजह से छात्रों को प्रश्न और उत्तर रटने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल सका।
चिंटू ने किया खुलासा
चिंटू ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है और उसने बताया है कि उसके मोबाइल पर प्रश्न पत्र और उत्तर रॉकी ने भेजा था। बता दें कि रॉकी संजीव मुखिया का रिश्तेदार है और रॉकी रांची के चुटिया थाना क्षेत्र के कुडरू इलाके में रेस्टोरेंट चलाता है। चिंटू ने ये जानकारी भी दी कि सबसे पहले बायोलॉजी का प्रश्नपत्र और उत्तर उसे मिला था। इसके बाद फिजिक्स का, फिर केमेस्ट्री का मिला था।
परीक्षा से एक दिन पहले पटना में पुलिस ने अधजला बुकलेट नंबर 6136488 बरामद किया गया था। जांच में यह बात सामने आयी थी कि यह बुकलेट हजारीबाग के ओएसिस स्कूल को आवंटित किया गया था। इस बुकलेट नंबर पर ओएसिस स्कूल में एक छात्रा ने परीक्षा दी थी। छात्रा से भी पूछताछ की गयी है, उसके मोबाइल की भी जांच की गयी है।
डायरी में लिखा है रेट
चूंकि 5 मई की सुबह चिंटू के मोबाइल पर प्रश्न पत्र पहुंचा, जांच टीम यह मान कर चल रही है कि प्रश्नपत्र को माफियाओं ने एसबीआई से ओएसिस स्कूल पहुंचाने के दौरान ही लीक किया होगा। देवघर में जिस घर से गिरफ़्तारी हुई वहां तलाशी के दौरान पुलिस को एक डायरी मिली है। इसमें चिंटू सहित कई लोगों का हिसाब-किताब दर्ज है। इस डायरी में प्रश्न-पत्र और उत्तर उपलब्ध कराने का रेट 30 लाख से 60 लाख रुपये तक लिखा है। इसकी हैंडराइटिंग काफी खराब होने की वजह से पूरी तरह से समझ पाने में दिक्क़त हो रही है।
चिंटू से हो रही है पूछताछ
हैंडराइटिंग काफी खराब होने और जैसे-तैसे लिखे होने के कारण पूरी तरह से समझ पाने में EOU को काफी समस्या हुई. अब ईओयू डायरी से मिली जानकारी के आधार पर भी चिंटू समेत अन्य से पूछताछ चल रही है. झुन्नू की इस मामले में कितनी संलिप्तता है, इसकी जांच अभी होना बाकी है. बता दें कि मामला सामने आने के बाद करीब 30 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिसमें प्रश्न पत्र लीक कराने वाले, आंसर मुहैया कराने वाले, अभ्यर्थियों को लाने वाले, मकान दिलाने वाले सभी लोग शामिल हैं.