पाकिस्तान में एक-एक कर भारत के दुश्मन मौत के घाट उतारे जा रहे हैं. पाकिस्तान की सरजमीं से भारत के एक और दुश्मन का चुपके से खात्मा हो गया है. जी हां, पाकिस्तान आर्मी का रिटायर्ड ब्रिगेडियर और आईएसआई एजेंट आमिर हमजा अब मौत की नींद सो चुका है. आमिर हमजा की पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सोमवार की देर शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई. हालांकि, उसकी हत्या के पीछे कौन है, यह साफ नहीं हो पाया है.
आमिर हमजा भले ही पाकिस्तान का ब्रिगेडियर था, मगर वह आतंकियों का बाप था. वह भारत का दुश्मन था. आमिर हमजा वही शख्स है, जिसने जम्मू-कश्मीर के सुंजवान आर्मी कैंप पर साल 2028 में आतंकी हमला करवाया था. उस हमले में हमारे 6 जवान शहीद हो गए थे. उस आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हमजा ही था. सुंजवान आर्मी कैंप हमले से जुड़े लोगों में आमिर हमजा दूसरा शख्स है, जिसकी पाकिस्तान में हत्या हुई है. इससे पहले भी एक को मौत के घाट उतारा जा चुका है.
हमजा के साथ कार में बेटी-पत्नी थी
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, पिछले साल नवंबर में लश्कर कमांडर ख्वाजा शाहिद उर्फ मिया मुजाहिद को पीओके में एलओसी के पास सिर कलम कर दिया गया था. मिया मुजाहिद भी सुंजवान आर्मी कैंप का अन्य मुख्य साजिशकर्ता था. जब हमजा पर गोलीबारी की गई, तब हमजा की पत्नी और बेटी उसके साथ कार में थी. उन्हें भी चोटें आई हैं. हमजा की पत्नी ने पुलिस को बताया कि हमलावरों ने कोई सामान नहीं लूटा.
हमजा को घेरकर मारा
हमजा की पत्नी और बेटी ने पुलिस को बताया कि आईएसआई एजेंट आमिर हमतता का किसी से भी कोई पर्सनल दुश्मनी नहीं थी. वहीं, पाकिस्तानी पुलिस का कहना है कि यह टारगेट किलिंग है. यह हमला पंजाब के झेलम जिले में हुआ. हमजा की कार पर मोटरसाइकिल पर सवार चार अज्ञात लोगों ने घात लगाकर हमला किया. पाकिस्तानी मीडिया ने बताया कि कार झेलम में लीला इंटरचेंज पर पहुंची थी, तभी दो बाइक पर सवार चार लोगों ने उसे दोनों तरफ से घेर लिया. झेलम पुलिस के अनुसार, पीछे बैठे हमलावरों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनका टारगेट मारा जा चुका है. और फिर वे घटनास्थल से भाग गए.
पाकिस्तानी आर्मी से रिटायरमेंट से पहले वह पाकिस्तानी इमरजेंसी सर्विस एकेडमी का डायरेक्टर जनरल था. उसकी हत्या की शक की सुई उसके भाई पर भी लटक गई है. आमिर हमजा जब अपनी पत्नी और बेटी के साथ कार में जा रहा था. उसके पीछे बाइक से उसका भाई अयूब आ रहा था. पुलिस को अब उस पर शक है. पाकिस्तान पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और केस की जांच शुरू कर दी है.
पाक में लगातार मारे जा रहे भारत के दुश्मन
यह पहली बार नहीं है, जब भारत में आईएसआई के समर्थन से किए गए आतंकी हमलों से जुड़े पाकिस्तानी की हत्या हुई है. इससे पहले अप्रैल में आईएसआई के एक प्रमुख गुर्गे और भारी भरकर सुरक्षाकर्मियों से लैस आमिर सरफराज की लाहौर में अज्ञात बंदूकधारियों ने हत्या कर दी थी. इतना ही नहीं, दिसंबर में अज्ञात लोगों ने कराची में लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर और घाटी में सुरक्षा काफिलों पर कई हमलों की साजिश रचने वाले अदनान अहमद उर्फ अबू हंजाला की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी. ठीक इसी तरह 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले फिदायीन दस्ते के मुख्य संचालक जैश-ए-मुहम्मद के आतंकवादी शाहिद लतीफ को अक्टूबर में सियालकोट की एक मस्जिद में अज्ञात हमलावरों ने मार गिराया था.