पड़ोसी देश पाकिस्तान खुद को मुस्लिम देशों का चौधरी साबित करने में लगा रहता है. उसे लगता है कि वह विश्व में मुस्लिम देशों की रहनुमाई कर रहा है. लेकिन हकीकत इससे इतर कुछ और ही है. गाजा में इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जंग जारी है. भले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहवाज शरीफ खुद को मिडिल ईस्ट के बड़े प्लेयर के रूप में देखते हों… लेकिन उनकी खुशफहमी को फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री ने पंचर कर दिया. दरअसल फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री मोहम्मद मुस्तफा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में उन्होंने पीएम मोदी को ग्लोबल लीडर बताया है.
दरअसल फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है और तत्काल युद्ध विराम के लिए दबाव बनाने का आग्रह किया है. साथ ही उन्होंने युद्धग्रस्त गाजा को मिलने वाली सहायता बढ़ाने के लिए दुनिया के बाकी देशों पर दबाव बढ़ाने की अपील की है. अब ऐसे में जब फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री, पाकिस्तानी पीएम के बजाय भारत के प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख रहे हैं, तो जाहिर है पाक पीएम की हैसियत मिडिल ईस्ट के लिए कौड़ी के बराबर रह गई है.
मुस्तफा ने चिट्ठी में क्या-क्या लिखा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई देते हुए फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री ने कहा कि आप एक वैश्विक नेता हैं. मानवाधिकारों और शांति को महत्व देने वाले राष्ट्र के रूप में गाजा में नरसंहार को समाप्त करने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है. मुस्तफा ने कहा, भारत को तत्काल युद्ध विराम के लिए सभी राजनयिक चैनलों का उपयोग करना चाहिए. हमारे दुख को कम करने में हमारी मदद करनी चाहिए. फिलिस्तीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय पर दबाव बनाना चाहिए और हमारे ऊपर किए जा अत्याचारों के खिलाफ दृढ़ रुख अपनाना चाहिए.
मुस्तफा की चिट्ठी… पाकिस्ती की शाख पर चोट?
फिलिस्तीन के पीएम द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करते हुए लिखी गई चिट्ठी से पाकिस्तान को मिर्ची लग रही है. पाकिस्तान को मिर्ची लगना भी चाहिए क्यों जो देश खुद को मुस्लिमों का रहनुमा मानता हो उसकी शाख पर एक मुस्लिम बहुल देश ही चोट कर जाए तो… बता दें कि फिलिस्तीन मिडिल ईस्ट का मुस्लिम बहुल देश है. जंग को समाप्त करने के लिए उसने पाकिस्तान के बजाय भारत से गुहार लगाई है. ऐसे में पाकिस्तान की इज्जत दो कौड़ी की नहीं रह गई.
फिलिस्तीन को भारत पर क्यों है विश्वास?
मालूम हो कि फिलिस्तीन और पाकिस्तान दोनों ही बहुल देश हैं. इसके साथ ही मिडिल ईस्ट में और भी मुस्लिम देश हैं. इसके बाद भी फिलिस्तीन इन तमाम देशों को छोड़ भारत से युद्ध खत्म करने की गुहार कर रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि फिलिस्तीन को लगता है कि भारत ही वह एक मात्र ऐसा देश है जो शांति उसके यहां शांति ला सकता है. इसका कारण है भारत की शंति की पक्षधरता. भारत हमेशा से वैश्विक शांति की बात करता रहा है. फिलिस्तनी के मामले में भी भारत बार-बार कहता रहा है कि शांति के रास्ते से ही हल निकाला जा सकता है. यही कारण है कि फिलिस्तीन को भारत पर विश्वास है.