लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही नफे और नुकसान को लेकर नेताओं की बयानबाजियां सामने आ रही हैं. खास तौर पर बीजेपी की सीटों में कमी के चलते इस बात पर हर किसी का फोकस है कि आखिर चूक कहां हुई. अब इस कड़ी में बीजेपी की ही सयोहगी पार्टी और एनडीए घटक दल शिवसेना की ओर से बड़ा बयान सामने आया है. शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी की सीटें कम होने की वजह बताई है. उन्होंने 400 पार के नारे को लेकर तंज कसा है. आइए जानते हैं शिंदे ने क्या कहा.
400 पार के नारे से पार्टी को नुकसान पहुंचा
महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि बीजेपी को सबसे ज्यादा नुकसान 400 पार के नारे से पहुंचा है. शिंदे ने कहा कि बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा, लेकिन कुछ क्षेत्र ऐसे रहे जहां इसका निगेटिव असर देखने को मिला. कुछ लोगों ने इसमें नेगेटिव नरैटिव बना दिया कि बीजेपी इतनी सीटें हासिल करने के बाद संविधान में बदलाव कर देगी, इसका काफी असर वोटों में देखने को मिला औऱ बीजेपी की कुल सीटें कम हो गईं.
400 पार नारे का हुआ साइड इफेक्ट
शिंदे ने कहा कि बीजेपी सिर्फ 400 पार के नारे का साइड इफेक्ट देख रही है. सीटें कम होने की सबसे बड़ी वजह ही दूसरे दलों ने इस नारे का निगेटिव नरैटिव बना डाला. संविधान बदला जाएगा, आरक्षण कम हो जाएगा जैसे भ्रम में कई लोग आ गए..और बीजेपी 300 का आंकड़ा भी नहीं पार कर पाई. यहां तक कि 250 भी पूरे नहीं हुए. इसी का कुछ असर महाराष्ट्र में भी देखने को मिला और यहां भी महायुति को उतनी सफलता नहीं मिल पाई जितनी उम्मीद जताई जा रही थी.
महाराष्ट्र के नतीजों पर भी बोले शिंदे
महाराष्ट्र में शिवसेना के प्रदर्शन को लेकर भी एकनाथ शिंदे ने कहा कि, हमारा स्ट्राइक रेट काफी अच्छा रहा है. हालांकि हमारे गठबंधन को उतनी सफलता नहीं मिल पाई है जितनी की हमने उम्मीद जताई थी. हम महाराष्ट्र में 13 सीट पर लड़े और 7 सीट पर जीत दर्ज की. शिंदे के मुताबिक, सिर्फ शिवसेना के वोट की बात की जाए तो 90 फीसदी वोट हमारी पार्टी को ही मिले, जबकि उद्धव की पार्टी को 10 फीसदी वोट मिले हैं.