नरेंद्र मोदी आज शाम राष्ट्रपति भवन में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. नरेंद्र मोदी के तीसरे शपथ ग्रहण समारोह में बस कुछ ही घंटे बचे हैं. ऐसे में सभी की निगाहें मोदी कैबिनेट में सीटों के बंटवारे पर टिकी हैं. इस बार एनडीए की सरकार में बिहार के राजनीतिक दलों की बड़ी भूमिका को देखते हुए जेडीयू, बीजेपी, एलजेपीआर और हम पार्टी के नेता मंत्री बनने वाले हैं. अभी तक को जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक आज शाम बिहार से जेडीयू के 2, बीजेपी के 4, एलजेपीआर के 1 और हम के 1 नेता मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं.
नरेंद्र मोदी सरकार 3.0 में बिहार से सात सांसद मंत्री बनने जा रहे हैं. इस बार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में बिहार के जिन 8 मंत्रियों को मौका दिया जा रहा है, उसमें अलग जाति समीकरणों के हिसाब से मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है. संभावित मंत्रियों में दलित-पिछड़ी जातियों के 5 सांसदों को जगह दी जा रही है. इनमें जेडीयू के दो मंत्री, बीजेपी के 4, जबकि एक हम व एक लोजपा से हैं.
बिहार की तरफ से जो 8 सांसद मंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं, उनमें जेडीयू से ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर शामिल हैं. ललन सिंह भूमिहार तो रामनाथ ठाकुर नाई जाति से आते हैं.
वहीं, बीजेपी के कोटे से राज्य के तीन सांसदों को मंत्री पद मिल सकता है. इनमें भूमिहार जाति से ताल्लुक रखने वाले गिरिराज सिंह, यादव जाति से नित्यानंद राय, जबकि मल्लाह जाति से आने वाले राजभूषण निषाद शामिल हैं. वहीं BJP की ओर से ही राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र दुबे, जोकि ब्राह्मण जाति आते हैं, उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी.
वहीं हिंदुस्तानी अवाम मोर्मा की ओर से मुसहर जाति से आने वाले जीतनराम मांझी तो लोक जनशक्ति पार्टी की तरफ से दुसाध जाति से ताल्लुक रखने वाले चिराग पासवान शामिल हैं.
JDU कोटे से इनगिरिराज सिंह (बीजेपी सांसद,बेगूसराय)
नित्यानंद राय (बीजेपी सांसद,उजियारपुर)
राज भूषण निषाद (बीजेपी सांसद,मुज़फ़्फ़रपुर)
सतीश चन्द्र दूबे (बीजेपी राज्यसभा सांसद)
ललन सिंह (जेडीयू सांसद,मुंगेर)
रामनाथ ठाकुर (जेडीयू राज्यसभा सांसद)
चिराग पासवान (एलजेपी आर सांसद,हाजीपुर)
जीतन राम मांझी (HAM सांसद,गया) नेताओं को बनाया जाएगा मंत्री
इस बार एनडीए सरकार में जेडीयू कोटे से किन सांसदों को मंत्री पद मिलेगा अब इसकी तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है. जानकारी के अनुसार, जेडीयू के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने खास माने जाने वाले सहयोगियों के साथ-साथ जातिगत समीकरण को साधते हुए दो नाम पर मुहर लगा दी है.
ललन सिंह: सीएम नीतीश कुमार ने जिन दो नामों पर मुहर लगाई है उसमें पहला नाम है राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन का है. ललन सिंह जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं और इस बार मुंगेर से सांसद चुने गए हैं. इसके साथ ही वह नीतीश कुमार के बेहद खास माने जाते हैं. इनके अनुभव और नीतीश कुमार के भरोसेमंद होने का फायदा इन्हें मिला है. माना जा रहा है कि ललन सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल करा कर नीतीश कुमार इनके अनुभव का लाभ बिहार के विकास के लिए तो करेंगे ही साथ ही सवर्ण वोटरों, खासकर भूमिहार के मतदाताओं को भी बड़ा मैसेज देंगे.
रामनाथ ठाकुर: भारत रत्न से सम्मानित स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर के बेटे राम नाथ ठाकुर को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. रामनाथ ठाकुर अति पिछड़ा समाज से आते हैं. दरअसल, बिहार में अति पिछड़ा समाज की आबादी लगभग 36 प्रतिशत है जो विधान सभा चुनाव में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है. नीतीश कुमार राम नाथ ठाकुर के बहाने जातिगत समीकरण साधना चाहते हैं. ऐसा करके नीतीश कुमार जदयू के लिए आने वाले विधान सभा चुनाव में अति पिछड़ा वोटरों का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे.
देवेश चंद्र ठाकुर: माता सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले जेडीयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर भी मंत्री बनने की लिस्ट में आगे चल रहे हैं. बता दें, देवेश चंद्र ठाकुर ने आरजेडी के उम्मीदवार अर्जुन राय को शिकस्त दी थी. एनडीए ने सीटिंग सांसद सुनील कुमार पिंटू का टिकट काटकर देवेश चंद्र ठाकुर को टिकट दिया था.
BJP से इन्हें मिल सकता है मंत्री बनने का मौका
सूत्रों के हवाले से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक आज बिहार से बीजेपी कोटे से तीन मंत्री बनाए जाएंगे. वहीं कुछ अन्य चेहरों को मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. बीजेपी कोटे से मंत्री बनाए जाने वाले नेताओं के संभावित नाम भी सामने आ गए हैं
गिरिराज सिंह: जानकारी के अनुसार, बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह को दोबारा मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. उन्हें लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने का इनाम मिल सकता है. गिरिराज सिंह भूमिहार समाज से आते हैं और 2019 के चुनाव में उन्होंने सीपीआई के कन्हैया कुमार को इसी सीट से मात दी थी तो 2024 में सीपीआई के अवधेश राय के लिए इंडी अलायंस के पूरी ताकत लगाने के बाद भी गिरिराज सिंह जीते हैं. खास बात यह कि वे पीएम मोदी के करीबी कहे जाते हैं.
नित्यानंद राय: बिहार के उजियारपुर से एक बार फिर सांसद बनने वाले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की दोबारा मोदी मंत्रिपरिषद में एंट्री हो सकती है. कहा जा रहा है कि कठिन परिस्थितियों में भी हार न मानते हुए जीत हासिल करने के लिए उन्हें मंत्री पद से नवाजा जा सकता है. इसके साथ ही वह गृह मंत्री अमित शाह के मंत्रालय से जुड़े हैं और उनके विश्वासपात्र भी कहे जाते हैं. खास बात यह है कि पिछड़े वर्ग से आने वाले नित्यानंद राय यादव जाति से आते हैं.
गोपाल जी ठाकुर: दूसरी ओर दरभंगा से गोपाल जी ठाकुर के नाम की चर्चा है, लेकिन उनके मंत्री बनने की संभावना कम होती जा रही है. दरअसल, दरभंगा से जीतने वाले गोपाल जी ठाकुर ब्राह्मण जाति से आते हैं. ब्राह्मण जाति को साधने और मिथिलांचल क्षेत्र का ध्यान रखते हुए गोपाल जी ठाकुर को बीजेपी कोटे से मंत्री बनाए जाने की चर्चा काफी तेज है. लेकिन, जदयू के राज्यसभा सांसद संजय झा की दावेदारी दमदार लग रही है, ऐसे में गोपाल जी ठाकुर का नंबर आना मुश्किल लग रहा है.
संजय जायसवाल: वहीं, वैश्य समाज से आने वाले बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व पूर्वी चंपारण से फिर सांसद चुने गए संजय जायसवाल की बड़ी दावेदारी है. उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है. दरअसल, संजय जायसवाल लगातार लोकसभा चुनाव जीत रहे हैं. साथ ही संगठन में काम करने का उनका लंबा अनुभव है. ऐसे में माना जा रहा है बनिया (वैश्य) वोट बैंक को साथ रखने के लिए जायसवाल को इस बार कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है.
राजभूषण निषाद: मुजफ्फरपुर से सांसद चुने गए राजभूषण चौधरी ने पहली बार जीत दर्ज की है. वह निषाद समाज से आते हैं और उनका दावा भी जातीय समीकरण के हिसाब से कुछ मजबूत नजर आ रहा है. दरअसल, माना जा रहा है कि तेजस्वी यादव के साथ मिलकर मुकेश सहनी ने बीजेपी ने निषाद वोट बैंक में जबरदस्त सेंधमारी की है. ऐसे में राजभूषण चौधरी को केंद्र में राज्य मंत्री बनाया जा सकता है.
राजीव प्रताप रूडी: वहीं इस बार फिर से सारण सीट से चुनाव जीतने वाले सांसद राजीव प्रताप रूडी मंत्री बनने के रेस में आगे आ गए हैं. लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य को हराने के बाद इस बार राजीव प्रताप रूदी के मोदी कैबिनेट में शामिल होने की काफी अधिक संभावना है. बता दें, राजीव प्रताप रूडी मोदी सरकार पार्ट 1 में भी मंत्रिमंडल में शामिल किए गए थे.
चिराग पासवान और जीतन राम मांझी भी लेंगे शपथ
आज शाम शपथ ग्रहण समारोह में बिहार से लोजपा राम विलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी भी मंत्री पद की शपथ लेंगे. चिराग पासवान जिनकी पार्टी LJPR ने इस बार शानदार प्रदर्शन किया है और उनके पांचों उम्मीदवार सांसद चुनकर आए हैं. एनडीए में अब चिराग की भूमिका और बढ़ गई है. ऐसे में इस बार चिराग पासवान का मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होना लगभग तय है. वहीं गया सांसद जीतन राम मांझी को भी मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिलनी पक्की है. जीतन राम मांझी दलित समुदाय से आते हैं. ऐसे में बिहार में आने वाले साल में विधानसभा चुनाव को देखते हुए मांझी की भूमिका और भी बढ़ जाएगी. जीतन राम मांझी का मंत्री बनना तय माना जा रहा है.