जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा है कि जिन नेताओं ने पहले नीतीश कुमार ‘इंडिया’ अलायंस का राष्ट्रीय संयोजक बनाने से इनकार कर दिया था, वो उन्हें प्रधानमंत्री बनने का प्रस्ताव दे रहे हैं। केसी त्यागी के इस बयान के बाद केंद्र में नई सरकार गठन के पहले सियासी खलबली मच गई है। हालांकि केसी त्यागी का कहना है कि नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री पद का ऑफर ठुकरा दिया।
इंडिया अलायंस के प्रस्ताव को सिरे से किया खारिज
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि इंडिया अलायंस के प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है और नीतीश कुमार एनडीए के साथ मजबूती से खड़े हैं। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से बातचीत में केसी त्यागी ने यह बात कही।
कांग्रेस और अन्य दलों के व्यवहार के कारण ही एनडीए में वापस लौटना पड़ा
केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस और अन्य दलों की ओर से दुर्व्यवहार के कारण ही नीतीश कुमार को इस जनवरी में एनडीए में वापस लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि अब पीछे मुड़कर देखने का कोई सवाल ही नहीं हैं। चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार ने कई बार यह बात कही है। हम जब एनडीए के एक मूल्यवान भागीदार हैं और हम नरेंद्र मोदी के हाथ मजबूत करेंगे।
जेडीयू को एनडीए में और बीजेपी से बहुत सम्मान मिल रहा
केसी त्यागी ने बताया कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के घटक दलों को इकट्ठा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे। लेकिन बाद में परिस्थितियों के कारण इंडिया अलायंस छोड़ कर एनडीए में शामिल होना पड़ा। अब एनडीए के साथ पार्टी का सम्मान बहाल हो गया है। नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति में एक बड़े पार्टनर बन गए हैं। जेडीयू को सहयोगी एनडीए में और बीजेपी से बहुत सम्मान मिल रहा है।
जेडीयू के कई सांसद बनेंगे मंत्री
इस बीच राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि नई सरकार में जेडीयू के सांसदों को भी मंत्री बनाया जा सकता है। राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा केंद्रीय मंत्री पद के लिए सबसे आगे चल रहे हैं। वहीं मंत्री पद की दौड़ में शामिल अन्य जेडीयू नेताओं में रामनाथ ठाकुर और रामप्रीत मंडल के नाम की भी चर्चा है। चर्चा है कि जेडीयू को दो कैबिनेट और एक राज्यमंत्री का पद मिल सकता है।