April 25, 2025

वैसे तो प्रधानमंत्री मोदी देश के हर हिस्से में काम किया है. लेकिन सर्वाधिक यदि  कहीं  काम की किया है तो उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में किया है. लेकिन वहां की जनता ने बीजेपी को करारी हार का मुंह दिखाया है. 2019  के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 13 सीटें मिली थी. 2024 में जिनकी संख्या घटकर सिर्फ 2 रह गई. यानि 13 में से 10 सीटों पर समाजवादी पार्टी ने अपना परचम लहराया है.  हालांकि प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार बंपर वोटों से चुनाव जीते. राजनीतिक पंडितों का मानना है कि कई स्टेट में इस बार क्षेत्रीय पार्टियों का दबदबा देखने को मिल रहा है…

नेहरू के नाम था रिकॅार्ड
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी से पहले ये रिकॅार्ड जवाहर लाल नेहरू के नाम था. वह भी फूलपुर से लगातार तीन बार सांसद चुने गए थे.  वहीं पूर्वांचल की बात करें तो 13 में से 10 सीटें समाजवादी पार्टी के खाते में गई हैं. जबकि एक सीट पर अपना दल की अनुप्रिया पटेल ने जीत हांसिल की है. वहीं भदोही से डॅा, विनोद कुमार चुनाव जीते हैं. अहम बात ये हैं कि 2019 में पर्वांचल भगवा था, जो अब नहीं रहा है. अब ये भी कहा जा सकता है कि पूर्वांचल का कलर पूरी तरह बदल गया है. कहीं ने कहीं बीजेपी को हार की समीक्षा करना जरूरी है.

पूर्वांचल से ये नेता बने सांसद
आजमगढ़ से सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव और लालगंज से दरोगा प्रसाद सरोज जीते हैं. वहीं, गाजीपुर में सपा के अफजाल अंसारी की जीत हुई. घोसी में राजीव राय को जीत मिली है. राय ने सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर को हराया है. इसी तरह बलिया में पहली बार कोई ब्राह्मण सांसद बना है। सपा के सनातन पांडेय ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे और राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर को शिकस्त दी है। राबर्ट्सगंज सपा के छोटेलाल खरवार ने जीत हासिल की और जौनपुर में सपा टिकट पर बाबू सिंह कुशवाहा विजयी हुए हैं.

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