अरुणाचल की 60 सीटों में से 46 सीटें जीतकर भाजपा लगातार दूसरी बार सरकार बनाएगी। भाजपा ने अरुणाचल में पहले ही 10 सीटों पर निर्विरोध जीत दर्ज कर ली थी, बची हुई 50 सीटों पर ही चुनाव हुए थे। राज्य में भाजपा का नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के साथ गठबंधन है। NPP को 5 और कांग्रेस को एक सीट मिली है।
अरुणाचल भाजपा को 60 में से 46 सीट पर जीत मिली। पार्टी ने पहले ही 10 सीटों पर निर्विरोध जीत दर्ज कर ली थी। इसलिए चुनाव 50 सीटों पर ही हुए थे। राज्य में भाजपा का नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के साथ गठबंधन है। NPP को 5 सीटें मिलीं। इस लिहाज से अरुणाचल में NDA के पास 51 सीटें हैं।
अरुणाचल में भाजपा ने सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि कांग्रेस ने केवल 19 सीटों पर कैंडिडेट्स उतारे थे।
सभाओं-रोड शो की बात करें तो पीएम नरेंद्र मोदी ने 9 मार्च को ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश) में रोड शो किया था। राहुल-प्रियंका गांधी ने यहां सभा नहीं की।
वहीं सिक्किम में सत्ताधारी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) ने 32 में से 31 सीटें जीती हैं। 25 साल (1994-2019) सत्ता में रहे सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) को इस बार महज एक सीट मिली। SDF के मुख्यमंत्री रहे पवन कुमार चामलिंग ने दो सीटों से चुनाव लड़ा था और वे दोनों से हार गए। कांग्रेस-भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली। 2019 के आम चुनावों के बाद SKM का भाजपा के साथ गठबंधन हुआ था, लेकिन इस बार भाजपा ने सिक्किम में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।
सिक्किम में सत्ताधारी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) ने सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) का सफाया कर दिया। 25 साल (1994-2019) सत्ता में रहे SDF को इस बार महज एक सीट मिली। SDF के मुख्यमंत्री रहे पवन कुमार चामलिंग ने दो सीटों से चुनाव लड़ा था और वे दोनों से हार गए। कांग्रेस-भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली।
सिक्किम में SKM और SDF ने 32-32, वहीं भाजपा ने 31 उम्मीदवार उतारे थे। कांग्रेस ने 12 सीटों पर चुनाव लड़ा था। सिटिजन एक्शन पार्टी-सिक्किम ने 30 सीटों पर कैंडिडेट उतारे थे।
चुनावी सभा-रोड शो की बात करें तो पीएम मोदी और राहुल-प्रियंका ने यहां कोई रैली, रोड शो नहीं किया। 7 मार्च को मोदी ने श्रीनगर से वर्चुअली सिक्किम में 6400 करोड़ के विकास कार्यों का उद्घाटन किया था।
2019 के आम चुनावों के बाद SKM का भाजपा के साथ गठबंधन हुआ था, लेकिन इस बार चुनावों से पहले भाजपा ने सिक्किम में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान करके गठबंधन तोड़ दिया था।
एक्सपर्ट ने बताई अरुणाचल प्रदेश में भाजपा की जीत की वजह
अरुणाचल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर नानी बाथ कहते हैं, ‘अरुणाचल में कोई भी विपक्ष में नहीं रहना चाहता है। सत्ता में भाजपा है, और जब तक केंद्र में भाजपा की सरकार रहेगी, तब तक राज्य में भी भाजपा की सरकार बनी रहेगी। लोगों ने कांग्रेस को वोट इसलिए नहीं दिया, क्योंकि कांग्रेस विपक्ष में है। लोगों का मानना है कि विपक्ष में रहने वाले उम्मीदवार को वोट देकर कोई फायदा नहीं है।’
‘सरकार को लोग भले ही पसंद न करें या सरकार में बैठे लोग काम नहीं करें, लेकिन विपक्ष के लोग भी या तो भाजपा में आ गए हैं या विपक्ष में रहना ही नहीं चाहते। इसलिए भाजपा ये चुनाव जीत गई।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने भाजपा को वोट दिया। मैं कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद देता हूं। हमारी सिक्किम के विकास के लिए काम करती रहेगी।