चुनाव प्रचार का शोर थमने के साथ ही अब हर बड़ी पार्टी के नेता नफा-नुकसान का आकलन करने बैठ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के चाणक्य माने जाने वाले गृह मंत्री अमित शाह ने भविष्यवाणी की है कि बीजेपी इस बार उत्तर प्रदेश में 70 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने का रिकॉर्ड बनाएगी, और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। उन्होंने राज्यवार अपना आकलन बताते हुए जीत की संभवनाओं के पीछे वजहें भी बतायी। अमित शाह ने समझाया कि आखिर वो 4 जून को NDA के लिए 400 पार का दावा क्यों कर रहे हैं। इसका आधार क्या है। अमित शाह ने कहा कि देश के 16 राज्यों और केन्द्र शासित क्षेत्रों की सारी लोकसभा सीटें बीजेपी जीतेगी। इन राज्यों में विपक्ष का खाता भी नहीं खुलेगा। यूपी में समाजवादी पार्टी चार के आंकड़े को भी नहीं छू पाएगी। अमित शाह ने कहा कि बीजेपी बंगाल,उड़ीसा, तेलंगाना, आन्ध्र प्रदेश जैसे राज्यों में हैरान करने वाले नतीजे देगी। गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, झारखंड, महाराष्ट्र और उत्तर पूर्व के बाकी राज्यों में भी बीजेपी पुराने रिकॉर्ड को बरकरार रखेगी।
अमित शाह का दावा है कि इस बार बंगाल में बीजेपी को 24 से 30 के बीच सीटें मिलेंगी और ओडिशा में बीजेपी 21 में से 17 सीटें जीतेगी, तेलंगाना में 17 में से 10 सीटें बीजेपी के खाते में आएं तो कोई हैरानी की बात नहीं होगी। लेकिन अमित शाह ने माना कि राजस्थान और हरियाणा में बीजेपी को एक दो सीटों का नुकसान हो सकता है। अमित शाह का दावा है कि देश में इस समय मोदी की आंधी चल रही है और 4 जून को आने वाले नतीजे सबको चौंकाएंगे। इसलिए चार सौ का आंकड़ा कोई मुश्किल लक्ष्य नहीं है।
अमित शाह पूर्वांचल के महाराजगंज, देवरिया, बलिया और रॉबर्ट्सगंज में रैलियां कर रहे थे, गाजीपुर में रोड शो भी किया। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि दावे तो कोई भी कुछ भी कर सकता है, सबको 4 जून तक ये कहने का हक है कि उनकी सरकार बनने जा रही है लेकिन वो पिछले दो महीनों में पूरे देश में घूमे हैं, हर इलाके में गए हैं और उन्होंने ये महसूस किया कि देश ‘मोदीमय’ है, मोदी के नाम की आंधी चल रही हैं, 4 जून को जब नतीजे आएंगे तो मोदी की आंधी में सारे विरोधी उड़ जाएंगे। इसके बाद अमित शाह ने राज्यों की बात की। 2014 में बीजेपी ने यूपी में 71 सीटें जीती थीं और 2019 में 62 सीटों पर जीत हासिल की थी। यूपी में बीजेपी इस बार पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी। पिछले सात साल में योगी आदित्यनाथ ने नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इतना अच्छा काम किया है कि आज यूपी विकास का मॉडल बन गया है। इसका असर नतीजों में दिखेगा।
अमित शाह से बंगाल और ओडिशा के बारे कहा कि ओडिशा में बीजेपी नया इतिहास रचेगी, लोकसभा की 21 में से 15 से 17 सीटें जीतेगी और ओडिशा में बीजेपी की सरकार बनेगी। अमित शाह ने कहा कि आन्ध्र प्रदेश में भी बीजेपी और चंद्रबाबू नायडु की तेलेगु देशम पार्टी मिलकर सरकार बनाएंगी। तेलंगाना में बीजेपी को 17 में से कम से कम दस सीटें मिलेंगी, तमिलनाडु और केरल में भी बीजेपी का खाता खुलेगा। अमित शाह ने कहा कि बंगाल में अब तक चुनाव में धांधली, हिंसा होती थी, अब वो दौर खत्म होगा। अमित शाह ने ये भी माना कि इस बार बिहार, राजस्थान और हरियाणा में बीजेपी की सीटें कम हो सकती हैं। महाराष्ट्र में भी बीजेपी को एक दो सीटों का नुकसान हो सकता है क्योंकि इन राज्यों में बीजेपी पहले ही सैचुरेशन प्वाइंट (उच्चतम अंक) वाली स्थिति में है। अमित शाह ने कहा कि झारखंड में बीजेपी 2019 का प्रदर्शन दोहराएगी। झारखंड की 14 में से इस बार भी 12 सीटें जीतेगी, जबकि उत्तराखंड, दिल्ली और गुजरात की सारी सीटों पर बीजेपी की जीत होगी।
अमित शाह का एक खास गुण ये है कि वो हर विषय पर खुलकर बोलते हैं। उनका दूसरा गुण ये है कि बीजेपी कहां कितनी सीटें जीतेगी, इसका वो लगातार आकलन करते रहते हैं। तीसरी बात ये कि वो सीटों के बारे में तभी पूर्वानुमान बताते हैं जब उनके पास 4-5 अलग अलग रिपोर्ट्स आ जाती हैं। पिछले दिनों राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव ने जिस विश्वास के साथ अपनी जीत के दावे किए, अमित शाह ने इन सब दावों की हवा निकाल दी। अमित शाह ने हर उस सवाल का जवाब दिया, जो लोगों के मन में हैं – जैसे यूपी में बीजेपी कितनी सीटें जीतेगी या फिर जिन प्रदेशों में बीजेपी की सारी की सारी सीटें जीतने का अनुमान है, क्या वहां कुछ सीटें कम हो जाएंगीं। और सबसे बड़ा सवाल ये है कि बीजेपी को उत्तरी और पश्चिमी भारत में अगर कुछ सीटों का नुकसान होता है तो उसकी भरपाई कहां से होगी। अमित शाह का आकलन ये है कि हरियाणा और राजस्थान में जो एक दो सीटों का नुकसान होगा, उससे कहीं ज्यादा सीटें बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना में बीजेपी को मिल जाएगी। यही बीजेपी को स्पष्ट बहुमत वाली सीट दिलाएगी। अमित शाह की बात सुनने के बाद राहुल गांधी, ममता बनर्जी, अरविन्द केजरीवाल, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव जैसे नेता जो पूछ रहे थे कि बीजेपी 400 का आंकड़ा कैसे पार करेगी, इन लोगों को जवाब मिल गया होगा।