बिहार में भीषण गर्मी के कारण अब लोगों की मौत की घटनाएं सामने आने लगी हैं. पिछले 24 घंटे के भीतर बिहार के अलग-अलग जिलों में 59 लोगों की मौत हो गई. हालांकि जिला प्रशासन मौत के कारणों की जांच में जुटा हुआ है. लेकिन आशंका जताई जा रही है कि ये सभी मौतें हीट स्ट्रोक के चलते हुई हैं. एक आंकड़े के मुताबिक पटना में 11, औरंगाबाद में 15, रोहतास में 8, भोजपुर में 10, कैमूर में 5, गया में 4, मुजफ्फरपुर में 2 , बेगूसराय, बरबीघा , जमुई और सारण में 1 – 1 लोगों की मौत हुई है. हालांकि आपदा प्रबंधन इसकी जानकारी जुटा रहा है कि इनलोगो की मौत कैसे हुई है. हालांकि राहत की बात यह है कि बिहार के कई जिलों में मौसम बदलने लगा है. कई जिलों में बारिश व आंधी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.
वहीं लोगों की मौत को लेकर तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘बिहार में भीषण गर्मी और लू से हुई 55 से अधिक मौतों पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करता हूं. मृतकों में छात्र-छात्राएं, शिक्षक, आमजन और मतदानकर्मी हैं. भावपूर्ण श्रद्धांजलि! ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें!’
जिलों में हुईं मौतें
बिहार की राजधानी पटना में लू लगने से 11 लोगों की जान चली है, जबकि औरंगाबाद में मरने वालों की संख्या 15 है। भीषण गर्मी से भोजपुर में 10, रोहतास में 8, कैमूर में 5, गया में 4, मुजफ्फरपुर में 2, शेखपुरा में 2 लोगों की मौत हुई। जमुई, सारण, बेगूसराय, जिलों में एक-एक व्यक्तियों ने दम तोड़ दिया।
औरंगाबाद में 24 घंटे में 18 लोगों की हीट स्ट्रोक से मौत, 35 लोग अभी भी सदर अस्पताल में भर्ती
बिहार में गर्मी का प्रकोप लगातार जारी है. हीट स्ट्रोक से गुरुवार को कुल 18 लोगों की मौत हो गई है. वहीं 35 लोग अभी भी सदर अस्पताल में भर्ती हैं. जानकारी के मुताबिक अधिकतर मौतें हॉस्पिटल आने से पहले ही हो गई है. हालांकि जिला प्रशासन ने गुरुवार तक कुल 12 लोगों की मौत की पुष्टि की है. जिले में अधिकतम पारा 48.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है.
200 मरीज हुए थे भर्तीः सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी अभिषेक कुमार ने बताया कि हीट स्ट्रोक का शिकार होकर गुरुवार को लगभग 200 मरीज आए थे. उनका इलाज भी किया गया. इतनी संख्या में हीट स्ट्रोक के मरीज आने के बाद सदर हॉस्पिटल में अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री, सिविल सर्जन रवि भूषण श्रीवास्तव, उपाधीक्षक डॉ आशुतोष कुमार एवं अस्पताल प्रबंधन ने सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल चाल लिया.
5 मरीज की इलाज के दौरान मौतः अस्पताल उपाधीक्षक डॉ आशुतोष कुमार ने बताया कि जिले में बढ़ते तापमान को लेकर भयावाह स्थित है, लेकिन अस्पताल में हीट स्ट्रोक के भर्ती मरीजों के लिए पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है. हर परिस्थिति से सामना करने के लिए अस्पताल प्रबंधन तैयार है. उन्होंने बताया कि 5 मरीज इलाज के दौरान जबकि 7 मरीज की मृत्यु हॉस्पिटल में आने से पहले ही हो गई थी. इस प्रकार जिला प्रशासन से अनुसार मरने वाले कुल मरीजों की संख्या 12 है.
12 लोगों की मौत की पुष्टिः हालांकि लू से मौत की आधिकारिक पुष्टि 12 लोगों की भले हुई है लेकिन अब तक कुल 18 लोगों की मौत का अनुमान लगाया जा रहा है. मरने वालों में कामत सिंह (85) हारी बारी, मुफस्सिल, औरंगाबाद, जांगू यादव (60) रजवाड़ी, मुफस्सिल, औरंगाबाद, मो कल्लू (55) रफीगंज जो ब्लॉक ऑफिस रफीगंज में चपरासी का काम करता है.
इन लोगों की हुई मौतः जिले के कर्मा रोड निवासी शिव साव (50), गया जिले के अहियापुर बांकेबाजर निवासी शमशाद आलम (55), कुलेश्वर मेहता (85) मुफस्सिल, औरंगाबाद. रमेश यादव (50) औरंगाबाद, जनार्दन पासवान (65), आमस, जिला गया, रावलमश्वरूप सिंह(60) औरंगाबाद, नगीना देवी (80), दुखी बिगहा, सिमरा, औरंगाबाद, कामता सिंह (85) हरिबारी, औरंगाबाद, महावीर मिस्त्री, सिमरी धमनी(45), औरंगाबाद, कमलेश सिंह (55), ग्राम- धुरिया, थाना- बारुण, औरंगाबाद.
बिहार में कब पहुंचेगा मानसून?
उत्तर भारत में भीषण गर्मी के बीच लोगों को अब मानसून का इंतजार है। लोग आसमान में टकटकी लगाकर देख रहे हैं कि कब बादल बरसेंगे? भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, केरल और पूर्वोत्तर भारत में मानसून ने दस्तक दे दी है। अब यह मानसून तेजी से आगे बढ़ते हुए अन्य राज्यों में फैलेगा। बिहार में 15 जून से मानसून की बारिश होने की संभावना है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।
स्कूल-कॉलेज 8 जून तक रहेंगे बंद
राज्य में मरने वालों में मतदान कर्मी और होमगार्ड के जवान भी शामिल हैं। इस बीच नीतीश सरकार ने भीषण गर्मी को देखते हुए 8 जून तक प्राइवेट-सरकारी स्कूलों, कोचिंग संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया। हालांकि, स्कूल सिर्फ छात्र-छात्राओं के लिए बंद रहेंगे, लेकिन टीचरों के लिए नहीं।