बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने सोशल मीडिया पोस्ट में दो ‘ईवीएम हैकर्स’ के पटना स्थित राजभवन में डेरा डालने का आरोप लगाने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इस व्यक्ति ने खुद को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के आईटी प्रकोष्ठ का प्रभारी बताया है। साइबर अपराधों की जांच के लिए नोडल इकाई ईओयू ने बयान में कहा कि इस संबंध में राज्यपाल के प्रधान सचिव आर एल चोंग्थु से एक शिकायत प्राप्त हुई थी। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोपी ने एक दिन पहले सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर यह पोस्ट किया था।
राजद ने साधी चुप्पी
राजद ने इस घटनाक्रम पर चुप्पी साध रखी है, वहीं ‘एक्स’ पर ‘लालूवादी नितेश’ नाम और खुद को पार्टी के आईटी प्रकोष्ठ का प्रभारी बताने वाले आरोपी ने नए पोस्ट में आरोप लगाया कि प्राथमिकी ‘इस संदेह को और मजबूत करती है।’ ईओयू ने कहा कि वह आपत्तिजनक पोस्ट को हटाने के लिए कदम उठा रही है, इसके अलावा इस मामले में शामिल सभी लोगों का पता लगाने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया जा रहा है।
क्या हुआ था?
जिस शख्स पर FIR दर्ज की गई है। उसने ये आरोप लगाया था कि राजभवन में ईवीएम हैकर्स को रखा गया है। खुद को लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल का समर्थक और आईडी सेल का इंचार्ज बताने वाले इस शख्स ने इसके बाद भी पोस्ट किए। लेकिन अब इसके खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है।