April 25, 2025

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी वैसे तो विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के साथ होने की बात करती हैं, लेकिन दिख दूर-दूर ही रही हैं. बंगाल में अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ रहीं ममता ने अब चुनाव के बाद विपक्षी गठबंधन की बैठक में शामिल न होने का ऐलान किया है.

टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने इस फैसले के पीछे लोकसभा चुनाव और रेमल तूफान को वजह बताया है. उन्होंने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण की वोटिंग और चक्रवात रेमल के बाद चलाए जा रहे राहत कार्यों की वजह से वह एक जून को होने वाली इस बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगी.

ममता ने बैठक से दूरी क्या बताई वजह?
दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आखिरी राउंड की वोटिंग वाले दिन यानी एक जून की दोपहर को ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों की बैठक बुलाई है. हालांकि ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव और रेमल तूफान के बाद राहत और बचाव कार्यों का हवाला देते हुए कहा कि वह इसमें शामिल नहीं हो सकेंगी.

ममता बनर्जी ने कहा, ‘इंडी वाले तो 1 को ही बैठक करने वाले थे, मैंने कहा कि मैं 1 को नहीं जा सकती हूं. उस दिन हमारे यहां चुनाव है. एक तरफ साइक्लोन, एक साइड चुनाव… कैसे छोड़कर जाऊं?’

ममता के मन में आखिर क्या चल रहा?
ममता बनर्जी की बताई इन वजहों को बीजेपी विपक्षी गठबंधन से कन्नी काटने का बहाना बता रही है. बीजेपी नेता आरपी सिंह ने कहा, ‘ममता ने मीटिंग में ना आने को लेकर बहाना बनाया है.’ वहीं कई जानकार मान रहे हैं कि ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले विपक्षी खेमे के साथ खुलकर जुड़ना नहीं चाहतीं. वह अपनी जीती सीटों की संख्या और उसकी जरूरत के आधार पर ही तोलमोल करके इंडिया गठबंधन में शामिल होने की सोचेंगी.

टीएमसी ने खारिज की अटकलें?
हालांकि टीएमसी से जुड़े सूत्र इन दावों को गलत बताया है. उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में पश्चिम बंगाल में नौ सीट पर वोटिंग होगी. इसमें कोलकाता की दो सीट – कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर शामिल हैं, जो पार्टी के लिए बेहद अहम हैं. इसके अलावा यादवपुर, दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर और डायमंड हार्बर शामिल हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, टीएमसी से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी और दूसरे शीर्ष नेता उसी दिन वोट डालेंगे और इसलिए बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे. उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी ने इस बैठक में शामिल होने को लेकर अपनी मजबूरी के बारे में आयोजकों को भी जानकारी दे दी है.

टीएमसी सूत्र ने यह भी ध्यान दिलाया कि टीएमसी विपक्षी गठबंधन की अब तक हुई सभी बैठकों में शामिल हुई है. उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन की पहली बैठक पिछले साल 23 जून को पटना में हुई थी, उसके बाद 17-18 जुलाई, 2023 को बेंगलुरु में और फिर 31 अगस्त से 1 सितंबर के बीच मुंबई में बैठक हुई. विपक्षी गठबंधन की चौथी बैठक 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई। इसके बाद अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में दिल्ली में आयोजित ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली में 31 मार्च को विपक्षी नेता शामिल हुए थे. टीएमसी इन सभी बैठकों और जनसभाओं का हिस्सा रही है और आगे भी इसी के साथ रहेगी.

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