विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. ब्लॉक ने 1 जून को दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसी दिन लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए मतदान होगा। मीटिंग के लिए गठबंधन सहयोगियों को बैठक में भाग लेने के लिए इनवाइट किया गया है। इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। इससे पहले 13 जनवरी को I.N.D.I.A. ब्लॉक की वर्जुअल मीटिंग हुई थी।
उधर, रविवार को लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शनिवार को हिमाचल प्रदेश के शिमला में थे। इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनसे I.N.D.I. अलायंस के PM कैंडिडेट को लेकर सवाल पूछा गया, जिसके जवाब में उन्होंने कहा- यह सवाल तो कौन बनेगा करोड़पति जैसा है।
खड़गे ने कहा कि अगर हमारी सरकार बनती है तो सभी नेता बैठकर तय करेंगे कि कौन PM बनेगा। 2004 से 2014 तक UPA की सरकार रही है। इस दौरान भी चुनाव से पहले PM कैंडिडेट का ऐलान नहीं किया गया था।
कुछ प्रमुख संसदीय क्षेत्र में पड़े वोटों का डेटा
संसदीय क्षेत्र | कुल निर्वाचक | वोट प्रतिशत | कुल वोटर |
अमेठी | 1796098 | 54.34 | 976053 |
बाराबंकी | 976053 | 67.20 | 1289258 |
लखनऊ | 2172171 | 52.28 | 1135624 |
रायबरेली | 1135624 | 58.12 | 1036997 |
बांका (बिहार) | 1856566 | 54.48 | 1011513 |
किशनगंज | 1829994 | 62.84 | 1149988 |
पूर्णिया | 1893698 | 63.08 | 1194484 |
मधेपुरा | 2071166 | 58.29 | 1207368 |
सुपौल | 1927207 | 63.55 | 1224821 |
खगड़िया | 1840217 | 57.52 | 1058539 |
चुनाव आयोग ने कहा कि उसने हर लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की पूरी संख्या को शामिल करने के लिए मतदान डेटा जारी करने के प्रारूप को और विस्तार देने का फैसला लिया है. आयोग ने कहा है कि,”मतदान के आंकड़ों को जारी करने की प्रक्रिया पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों और फैसले से आयोग खुद को और मजबूत व जिम्मेदार महसूस करता है. इसलिए आयोग ने प्रत्येक संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या को शामिल करने के लिए मतदान आंकड़ों को जारी करने के प्रारूप को और विस्तार देने का निर्णय लिया है.”
चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक लोकसभा चुनाव के पहले पांच चरणों में 507,297,288 मतदाताओं ने मतदान किया. पहले चरण में 110,052,103, दूसरे चरण में 105,830,572, तीसरे चरण में 113,234,676, चौथे चरण में 122,469,319 और पांचवें चरण में 55,710,618 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
निर्वाचन आयोग ने दावा किया कि 19 अप्रैल को मतदान शुरू होने की तारीख से मतदान के आंकड़ों को जारी करने की पूरी प्रक्रिया सटीक, सुसंगत और कानून के अनुसार रही है.
आयोग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, “आयोग ने सार्वजनिक डोमेन में और व्यक्तिगत रूप से राजनीतिक दलों को मतदान के आंकड़ों व उसे जारी करने की प्रक्रिया और फॉर्म 17 सी के उपयोग के तरीके के बारे में बता दिया है.”