भोजपुरी एक्टर पवन सिंह भारतीय पार्टी से निष्कासित कर दिए गए हैं. पार्टी ने उनपर अनुशासनात्मक कार्रवाई की है. बता दें कि पवन सिंह काराकाट संसदीय सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं और यहीं से एनडीए समर्थित उपेंद्र कुशवाहा चुनावी मैदान में हैं. पार्टी ने दल विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिये बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के आदेश से किया है.
भारतीय जनता पार्टी के बिहार इकाई के अरविंद शर्मा के हस्ताक्षर से जारी पत्र में लिखा गया है कि, लोकसभा चुनाव में आप एनडीए के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे हैं आपका यह कार्य दल विरोधी है, जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है तथा पार्टी अनुशासन के विरुद्ध आपने यह कार्य किया है. अतः आपको दल विरोधी इस कार्य के लिए माननीय प्रदेश अध्यक्ष जी के आदेश अनुसार पार्टी से निष्कासित किया जाता है.
बता दें कि पहले से यह कयास लगाए जा रहे थे कि काराकाट लोकसभा क्षेत्र के निर्दलीय उम्मीदवार पवन सिंह नाम वापस नहीं लेते हैं तो पार्टी बड़ी कार्रवाई कर सकती है. इसके संकेत तब और मिले थे जब रोहतास जिला के डेहरी ऑन सोन में बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री भाजपा नेता डॉ. प्रेम कुमार ने अभिनेता पवन सिंह को लेकर बीते 14 मई को बयान दिया था. नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 17 मई से पहले दिया गया यह बयान काफी चर्चा में रहा था और एक्शन की बात तय मानी जा रही थी.
बता दें कि प्रेम कुमार ने कहा था कि, पवन सिंह लंबे समय तक बीजेपी में रहे हैं. अब अगर वह निर्दलीय नामांकन किए हैं तो ऐसे में अगर समय रहते वे नाम वापस नहीं लेते हैं तो उन पर पार्टी आवश्यक कार्रवाई करेगी. उन्होंने डेहरी के एक निजी होटल में चंद्रवंशी महासम्मेलन को संबोधित करते हुए भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह को नसीहत दी थी और कहा था कि अगर समय रहते वे मैदान से हट जाते हैं तो पार्टी उनको लेकर कुछ विचार कर सकती है, अन्यथा उन पर कार्रवाई निश्चित है.
BJP के एक्शन के बाद पवन सिंह की पहली प्रतिक्रिया, क्या कुछ कहा?
पवन सिंह ने बुधवार को एक्स पर लिखा, “अपना कर्तव्य हम निभाएंगे, काराकाट को नया बनाएंगे.” इस पोस्ट के साथ ही पवन सिंह ने एक चुनावी पोस्टर शेयर किया है. इस पर लिखा, “कैंची के सामने वाला बटन दबाकर भारी मतों से विजयी बनाएं.”
पीएम मोदी के खिलाफ भी खूब बोले थे पवन सिंह
बता दें कि पवन सिंह को पहले बीजेपी ने आसनसोल से टिकट दिया था. हालांकि पवन सिंह के एक गाने को लेकर ऐसा विवाद हुआ कि उन्होंने उस सीट से लड़ने से मना कर दिया था. इसके बाद उन्होंने काराकाट से चुनाव लड़ने का एलान किया. पत्रकारों से बातचीत में वह पीएम मोदी के खिलाफ भी बोले थे. भोजपुरी में कहा था, “ध्यान ना देबs विकास के काम पर तs कब ले जिताई जनता मोदी के नाम पर”.
हालांकि इस सीट से एनडीए से प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा पवन सिंह को लेकर कई बार बयान दे चुके हैं कि यह कहीं टिकेंगे. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि पवन सिंह सिर्फ मीडिया और सोशल मीडिया में दिख रहे हैं. वह मोबाइल तक ही सीमित हैं. कुशवाहा ने दावा किया है कि पहली बार काराकाट से वह जितने वोटों से जीते थे उससे दोगुना वोट से इस बार जीतेंगे.