पिछले पांच चरणों में 10 लोकसभा सीटों पर विपक्ष की चुनौती झेल चुके जदयू के रणनीतिकारों के लिए छठा चरण प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है। इस चरण में जहां दो सीटिंग सांसदों को अपनी जीत बरकरार रखने की चुनौती है तो दो लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जो एनडीए के रणनीतिकारों के द्वारा किए गए अभिनव प्रयोग को सफल करने की प्रतिष्ठा से जा जुड़ी है। एक तरह से समझिए तो छठे चरण में सीएम नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की राजनीतिक लैब की परीक्षा है। किसका ‘केमिकल’ लोचा करेगा और किसका फॉर्म्युला होगा कारगर, इस चरण में तय हो जाएगा।
सिवान में उम्मीदवार बदल कर जीत पाने की चुनौती
सिवान लोकसभा सीट को फिर से हासिल करने के लिए नीतीश ने एक प्रयोग किया है। जदयू के रणनीतिकारों ने सिवान की सीटिंग सांसद कविता सिंह को टिकट से बेदखल कर विजय लक्ष्मी कुशवाहा को आजमाया है। यह प्रयोग तब किया गया जब साल 2019 के चुनाव में जदयू उम्मीदवार कविता सिंह ने हिना सहाब को 1,16,958 मतों से हराया था। तब कविता सिंह को 4,48,499 मत मिले थे और हिना सहाब को 331575 मत मिले थे। इस इस दफे 2024 में सिवान लोकसभा सीट की जंग त्रिकोणात्मक हो गई है। राजद ने इस बार अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा है तो हिना सहाब ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा है। अब देखना होगा कि जदयू के रणनीतिकारों की यह बाजी अपने हाथ लगती है या फिर सिवान लोकसभा राजद के हाथ चली जाती है।
शिवहर में एनडीए का प्रयोग
शिवहर लोकसभा सीट पर जीत को ले कर एनडीए के रणनीतिकारों ने प्रयोग किया। इस सीट को हासिल करने की जिम्मेदारों इस बार जनता दल यू को दी गई। यह प्रयोग एनडीए के रणनीतिकारों ने तब किया जब भाजपा की रमा देवी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में राजद के उम्मीदवार फैसल अली को 3,40,360 मतों से हराया। तब भाजपा उम्मीदवार रमा देवी को 6,08,678 मत मिले थे। साल 2024 लोकसभा के चुनाव में एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ने बदलाव किए। राजद ने पिछले लोकसभा चुनाव में फैजल अली के बदले ऋतु जायसवाल को उतारा है और भाजपा ने अपनी सीटिंग सीट जदयू को दे दी। जदयू ने आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद को चुनावी मैदान में उतारा है। 25 मई को होने वाले चुनाव से इस बात का अंदाजा लगेगा कि किसकी रणनीति सफल हुई।
वाल्मीकीनगर लोकसभा सीट पर समीकरण
वाल्मीकीनगर लोकसभा से जनता दल यू ने अपने सीटिंग सांसद सुनील कुमार को ही उतारा है। सुनील कुमार ने साल 2020 के उप चुनाव में कांग्रेस के प्रवेश मिश्रा को 22,539 वोटों से हराया था। वाल्मीकीनगर से इस बार जदयू ने सुनील कुमार को उतारा है पर इंडिया गठबंधन ने उम्मीदवार बदल दिए। पिछले उपचुनाव, 2020 में कांग्रेस उम्मीदवार प्रवेश मिश्रा को छोड़ कर इस बार राजद ने दीपक यादव को उतारा है। पर नाराज कांग्रेस नेता प्रवेश मिश्र ने निर्दलीय खड़े हो कर राजद का खेल बिगाड़ दिया है।
गोपालगंज लोकसभा सीट पर ताजा समीकरण
गोपालगंज लोकसभा से जनता दल यू ने अपने सीटिंग सांसद डॉक्टर आलोक सुमन को ही इस बार उम्मीदवार बनाया है। इंडिया गठबंधन ने गोपालगंज में प्रयोग किया है। पिछले चुनाव में राजद से सुरेंद्र राम खड़े हुए थे। मगर इस बार राजद सुप्रीमो ने गोपालगंज से वीआईपी को मौका दिया है। वीआईपी ने यहां से प्रेम नाथ चंचल को चुनावी जंग में उतारा है। देखना है कि वीआईपी इस चुनाव को कैसे अपने पक्ष में कर पाता है।