कड़ी सुरक्षा के बीच उत्तरी कश्मीर की बारामुला सीट पर सुबह सात बजे लोकतंत्र के पर्व की शुरुआत हुई। बारामुला निर्वाचन क्षेत्र उत्तरी कश्मीर के तीन जिले बारामुला, कुपवाड़ा और बांदीपोरा की 18 विधानसभा क्षेत्रों में फैला हुआ है। इसमें बडगाम के दो खंड भी शामिल हैं, जिन्हें दो साल पहले परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद शामिल किया गया। सुबह सात बजे से शुरू हुआ मतदान 11 बजे तक 21.37 % लोगो ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है .
चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, 17.37 लाख लोग 2,103 मतदान केंद्रों पर वोट डालने के पात्र हैं। 100 वर्ष से अधिक आयु के 527 व्यक्ति अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं। इसमें 8,75,831 (8.75 लाख) पुरुष और 8,62,000 (8.62 लाख) महिला मतदाता हैं। इसके अलावा 34 थर्ड जेंडर से हैं। 17,000 से अधिक मतदाता दिव्यांग व्यक्ति हैं।
चुनाव के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए रिजर्व सहित 8,000 से अधिक मतदान कर्मचारियों को मतदान केंद्रों पर तैनात किया गया है। 28 मतदान केंद्र कुपवाड़ा और बारामुला जिलों के सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित हैं। मतदान सुबह 7:00 बजे से शुरू हुआ है, जो शाम 6:00 बजे तक जारी रहेगा। 18 पिंक पोलिंग स्टेशन महिलाओं के लिए विशेषकर बनाए गए हैं। 17 विशेष रूप से दिव्यांग और 18 युवाओं के लिए, पर्यावरण पर संदेश फैलाने के लिए 21 ग्रीन पोलिंग स्टेशन स्थापित किए हैं।
टूरिस्ट पर हमलाः यह गोली नहीं, कमजोरी है..
बारामूला में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आतंकवादियों ने शनिवार रात कश्मीर में दो स्थानों पर हमले किए थे. इन हमलों में शोपियां में एक पूर्व सरपंच की मौत हो गई थी और अनंतनाग में राजस्थान का एक दंपती घायल हो गया था. माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव को बाधित करने और वोटरों में डर पैदा करने के मकसद से ये हमले किए गए. हमले में जयपुर के रहने वाले सनी खान (38) और उनके पत्नी फरहा खान बुरी तरह से घायल हो गई. आतंकवादियों ने सनी खान की आंखोंं में गोली मारी थी. इस हमले में उनकी एक आंख की रोशनी चली गई है और ICU में भर्ती हैं. जबकि उनकी पत्नी की भी हालत गंभीर है. अनंतनाग में सेना के अस्पताल में दोनों का इलाज चल रहा है.
जयपुर के वॉल सिटी इलाके में ब्रहम्पुरी थाना क्षेत्र का रहने वाला ये कपल अपने परिवार के करीब पचास सदस्यों के साथ 10 मई को जम्मू-कश्मीर घूमने के लिए आया था और 20 मई को वापस जाने वाला था. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. शनिवार देर रात जब ये पहलगाम में एक रिसॉर्ट में डिनर करने जा रहे थे. तभी इनपर ये हमला हो गया.
“हम कश्मीर आकर बहुत खुश थे”
सनी खान के भाई परवेज खान ने बताया कि कंबल में बैठे कुछ लोगों ने एकदम से गोलीबारी शुरू कर दी. मेरे भाई की आंख और भाभी के कंधे में गोली लगी. हम कश्मीर आकर बहुत खुश थे. मेरे भाई की एक आंख निकाल दी गई है. जबकि दूसरी का ऑपरेशन हो रहा है. सनी और फराह के दो बच्चे हैं.
इसी तरह से आतंकवादियों ने रात लगभग साढ़े दस बजे शोपियां के हिरपोरा में पूर्व सरपंच ऐजाज शेख की गोली मारकर हत्या कर दी थी. चुनावों सीजन में ये तीसरा हमला है जिसमें टूरिस्ट और प्रवासियों को निशाना बनाया गया है. 17 अप्रैल को अनंतनाग में सब्जी बचने वाले बिहार के निवासी पर हमला किया गया था. 7 अप्रैल को दिल्ली के ड्राइवर को निशाना बनाया गया था.