ईरान के अधिकारियों ने बुरी खबर जारी की है। जानकारी के मुताबिक, एक हेलिकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और देश के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन की मौत हो गई है। उनका हेलीकॉप्टर घने कोहरे में पहाड़ी इलाके को पार करते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रॉयटर्स ने सोमवार को ईरानी अधिकारी के हवाले से ये जानकारी दी है।
कैसे हुआ हादसा?
दरअसल, ईरान के राष्ट्रपति रईसी तेहरान से लगभग 600 किलोमीटर (375 मील) उत्तर-पश्चिम में पूर्वी अजरबैजान प्रांत में यात्रा कर रहे थे। इसी दौरान उनके हेलिकॉप्टर से संपर्क टूट गया। काफिले में तीन हेलीकॉप्टर शामिल थे जिनमें से दो सुरक्षित अपने निश्चित स्थान तक पहुंच गए थे। बड़ी संख्या में बचाव दल को उन्हें खोजने भेजा गया था। क्षेत्र में खराब मौसम और घने कोहरे के कारण बचाव दल हादसे की जगह तलाशने में दिक्कतें हुईं।
ईरानी अधिकारियों ने सोमवार को बताया था कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर बरामद हो गया है। हालांकि, यह भी कहा जा रहा था स्थति सही नहीं है और राष्ट्रपति रईसी के जिंदा होने की संभावना कम है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, एक तुर्की ड्रोन ने दुर्घटनास्थल का पता लगाया है।
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के बाद कौन? मोहम्मद मोखबर को मिल सकती है जिम्मेदारी, जानें उनके बारे में
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। दुर्घटनाग्रस्त इलाके में हेलीकॉप्टर का मलबा मिल चुका है। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इब्राहिम रईसी के जिंदा बचने की उम्मीद कम हैं। रईसी के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद ईरान के आला नेताओं ने आपातकालीन बैठक की है। इस बैठक में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने को लेकर चर्चा की गई। हालांकि अब यह जानकारी सामने आ रही है कि अगर राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को कुछ हो जाता है तो उनकी जगह उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर देजफुली ले सकते हैं।
मोहम्मद मोखबर देजफुली बन सकते हैं अगले राष्ट्रपति
बता दें कि इब्राहिम रईसी को पैगंबर मोहम्मद का वंशज माना जाता है। साथ ही रईसी ईरान के सबसे बड़े नेता अयातुल्ला अली खामनेई के भी करीबी हैं। साल 2021 में जब इब्राहिम रईसी ने राष्ट्रपति का पद संभाला तो उन्होंने मोहम्मद मोखबर को अपना पहला उपराष्ट्रपति नामित किया था। मोहम्मद मोखबर ने सालों तक अयातुल्ला अली खामनेई के आदेश पर बने फाउंडेशन का नेतृत्व भी किया है। बता दें कि साल 2007 में मोखबर को इस पद पर अयातुल्ला खामनेई ने नियुक्त किया था। बता दें कि इब्राहिम रईसी के बाद देश में दूसरे सबसे बड़े नेता के रूप में मोहम्मद मोखबर को जाना जाता है। साथ ही वह ईरान के उपराष्ट्रपति भी हैं।
कौन हैं मोहम्मद मोखबर देजफुली?
इस लिहाज से यह संभावना कहीं अधिक है कि अगर रईसी को कुछ होता है तो राष्ट्रपति पद की बागडोर मोखबर के हाथ में आ सकती है। बता दें कि उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर की प्रशासन पर भी अच्छी पकड़ है। बता दें कि मोहम्मद मोखबर 8 अगस्त 2021 से ईरान के 7वें और वर्तमान पहले उपराष्ट्रपति हैं। मोखबर वर्तमान में एक्सपीडिएंसी डिस्कर्नमेंट काउंसिल के सदस्य भी हैं। वह इसके पहले सिना बैंक में बोर्ड के अध्यक्ष और खुजेस्तान प्रांत के डिप्टी गवर्नर रह चुके हैं। बता दें कि साल 1955 में मोहम्मद मोखबर का जन्म ईरान के डेजपुल में हुआ था। अगर पढ़ाई लिखाई की बात करें तो उनके पास डॉक्टरेट की दो डिग्रियां हैं। इसमें से एक अंतर्राष्ट्रीय अधिकारों में एक डॉक्टरेंट अकादमिक पेपर और एक एमए का डिग्री शामिल है।