दरभंगा में सुबह 7 बजे से वोटिंग चल रही है। 1 बजे तक 33.13% मतदान हुआ है। सुबह से लोग कतार में खड़े होकर वोट दे रहे हैं। बूथ संख्या 88 और 89 पर आ रहे वोटर्स ने आक्रोश जताया है। उनका कहना है कि न शौचालय, न पीने के पानी की व्यवस्था की गई है। सड़क पर खड़े होकर मतदाता वोट देते दे रहे।
दरभंगा के गौरबौरम विधायक सवर्णा सिंह ने वोट देने के बाद भास्कर से कहा कि लोग घर से निकलें और मतदान करें। पूरी उम्मीद है कि एनडीए ही जीतेगी। हमलोग सबका साथ सबका विकास पर काम कर रहे। 10 साल में विकास हुआ है।
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपने परिवार के साथ मतदान किया।
बहादुरपुर प्रखंड की रामभद्रपुर पंचायत के श्रीदिलपुर के वार्ड नम्बर-5 निवासी 100 वर्षीय वयोवृद्ध त्रिवेणी देवी ने भी अपना वोट डाला।
दरभंगा लोकसभा क्षेत्र की मनसारा पंचायत के मलई गांव का बूथ संख्या-191 पर 71 लोगों का वोटर लिस्ट में नाम नहीं है, 10 लोग मृत घोषित हैं जिसे लेकर लोगो में आक्रोश है।
कैंसर से जूझ रही सुभद्रा मिश्र जीवन के अंतिम क्षणों में वोट की जताई इच्छा तो परिजन खाट पर लिटाकर बूथ संख्या -116 पर ले गए और वोट दिलवाया।
बुजुर्गों से लेकर महिलाओं में भारी उत्साह का माहौल है। बिहार सरकार के पिछड़ा वर्ग व अत्यंत पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री हरी साहनी ने बूथ संख्या-181 पर लोकतंत्र के महापर्व में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हुए वोट करने की अपील की है।
पिता के दाह संस्कार के बाद मिथिला के विकास सीधा बूथ पहुंचे। अपना वोट कास्ट किया है। उन्होंने कहा कि विकास, शिक्षा और रोजगार के नाम पर वोट किया है। हायाघाट प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सहोड़ा में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान चल रहा है।
एक दिव्यांग मतादाता अपना वोट कास्ट करने पहुंचे हैं जो काफी खुश हैं। वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी को वोट देने के लिए अपने पैतृक घर दरभंगा लोकसभा के बिरौल अनुमंडल क्षेत्र में आना था।
भास्कर से फोन पर बातचीत में सहनी ने कहा कि उन्हें डीएम हेलीकॉप्टर लैंड करने की परमिशन नहीं दे रहे। फोन पर ही डीएम राजीव रौशन ने बताया कि यहां मतदान को लेकर धारा 144 लागू है। उनको बता दिया गया था कि वह सीमावर्ती क्षेत्र में हेलीकॉप्टर से उतरकर गाड़ी से पहुंचेंगे।
70 साल के बुजुर्ग ने अपना वोट डाला। महिलाएं अपने छोटे बच्चों को गोद में लेकर वोट देने पहुंच रही हैं।
युवाओं में भी खास उत्साह है। बूथ नंबर-275 पर मौजूद कुछ युवा पहली बार वोट देने आईं हैं। 6.30 बजे से ही लाइन में खड़ी हैं। कहा कि हमलोग स्टूडेंट हैं, चाहते कि शिक्षा के क्षेत्र में देश आगे बढ़ें।
मतदान की प्रक्रिया शाम 6 बजे तक चलेगी। यहां एनडीए के गोपालजी ठाकुर और राजद के ललित यादव के बीच सीधा मुकाबला है।
इस लोकसभा सीट पर कुल 17 लाख 74 हजार 656 मतदाता हैं। जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 9 लाख 33 हजार 122 है। वहीं महिला मतदाता की संख्या 8 लाख 41 हजार 499 है। कुल मतदाता में 35 थर्ड जेंडर हैं। यहां कुल 1785 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इस लोकसभा में कुल 6 विधानसभा इलाका दरभंगा नगर, दरभंगा ग्रामीण, गौरबौराम, बहादुरपुर, अलीनगर, बेनीपुर है। 5 विधानसभा एनडीए के विधायक हैं।
इसमें एनडीए गठबंधन से भाजपा की उम्मीदवार गोपाल जी ठाकुर और इंडिया गठबंधन से राजद उम्मीदवार ललित कुमार यादव के बीच सीधी टक्कर है। गोपालजी ठाकुर 2010 में बेनीपुर विधानसभा से विधायक बने। हालांकि, 2015 में चुनाव हार गए। इसके बाद पार्टी ने उन्हें 2019 में लोकसभा का टिकट दिया। 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए उम्मीदवार गोपाल जी ठाकुर को कुल 5,86,668 मत प्राप्त हुआ था उन्होंने अब्दुल बारी सिद्दीकी(राजद) को 267,979 मतों से पराजित किया था।
6 बार विधायक रह चुके हैं ललित यादव
ललित यादव ने भी अपनी राजनीति की शुरुआत राजद से की वह दरभंगा ग्रामीण से लगातार 6 बार के विधायक हैं। वर्ष 2024 के दरभंगा लोकसभा चुनाव में राजद के टिकट पर किस्मत आजमा रहे ललित यादव पहले प्रतिनिधि हैं। जिन्होंने लगातार दरभंगा ग्रामीण क्षेत्र से 6 बार जीत हासिल की है। वर्ष 1995 में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के समय ललित कुमार यादव पहली बार विधायक बने थे। तथा 2022 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रीमंडल में उन्हें लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के मंत्री रहे।
कीर्ति आजाद दो बार रहे सांसद
दरभंगा लोकसभा सीट 1999 में पहली बार यहां से भाजपा ने जीत दर्ज की, और कीर्ति आजाद यहां से सांसद बने। इसके बाद 2004 को छोड़ दिया जाए तो 2009 और 2014 में भी भाजपा ने यहां से जीत दर्ज की और कीर्ति आजाद लगातार यहां से सांसद रहे। 1996 और 1998 में सांसद रहे अली असरफ फातमी ने 2004 में कीर्ति आजाद को मात दी थी। इसके बाद केंद्र सरकार में वह राज्य प्रभार के मानव संसाधन विकास विभाग के मंत्री भी रहे। 1999 से पहले दरभंगा लोकसभा सीट कांग्रेस और राजद का गढ़ माना जाता रहा है। जानकारी होगी 2019 के लोकसभा चुनाव में किस लोकसभा सीट से 20 हजार से अधिक लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया था।