लोकसभा चुनाव के थर्ड फेज में अररिया में वोटिंग शुरू हो चुकी है। जिले के जोकिहाट विधानसभा क्षेत्र के होम गार्ड के जवान महेन्द्र साह(55) की मौत हो गई। वो सीतामढ़ी के रहने वाले थे। पलासी प्रखंड क्षेत्र के बचेली मध्य विद्यालय बूथ संख्या 49, 50, 51 पर उनकी तैनाती थी। हार्ट अटैक से मौत की बात कही जा रही। अररिया में सुबह 11 बजे तक जिले में 25.97% वोटिंग हुई है।
जिले के इटहरा हृदयपुर वार्ड नंबर 7 में बूथ संख्या 176, 177 और 178 बूथ संख्या पर दर्जनों लोग बीएलओ की गलती के कारण और पर्ची में नाम की गड़बड़ी के कारण वोटिंग से वंचित रह गए।
बनाए गए 2004 मतदान केन्द्र
सुबह 7 बजे से ही लोग मतदान के लिए कतार में खड़े हो गए। शाम 6 बजे तक वोटिंग की प्रक्रिया चलेगी। जिले भर में 2004 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए 20 लाख 18 हजार 474 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें करीब 10 लाख 40 हजार पुरुष जबकि 9 लाख 60 हजार महिला मतदाता शामिल हैं। नए मतदाताओं की संख्या 32 हजार के करीब है। इनमें 18 से 19 साल के युवा मतदाताओं की संख्या 20 हजार के आसपास है।
कड़ी सुरक्षा के बीच अररिया लोकसभा के सभी 6 विधानसभा- अररिया ,जोकीहाट, फारबिसगंज, नरपतगंज, रानीगंज और सिकटी में वोटिंग हो रही है। 2004 मतदान केंद्रों में 735 क्रिटिकल बूथ हैं। यहां 32 फीसद मुस्लिम वोटर हैं। वहीं 68 प्रतिशत हिंदू वोटर, जो जीत हार का समीकरण बनाते और बिगाड़ते हैं।
9 उम्मीदवार आजमा रहे अपनी किस्मत
इस बार के चुनाव में 9 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सीधा मुकाबला NDA बनाम महागठबंधन के बीच है। NDA से BJP के प्रत्याशी प्रदीप सिंह तीसरी बार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं, महागठबंधन से राजद के कैंडिडेट शाहनवाज आलम ताल ठोकते दिखाई दे रहे हैं। शाहनवाज आलम पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद स्वर्गीय मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के बेटे हैं। वे इससे पूर्व AIMIM से विधायक चुने गए थे, बाद में राजद में शामिल हो गए थे।
4 कैटेगरी में 24 विशेष बूथ बनाए गए
शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न कराने को लेकर हर बूथ पर पर्याप्त मात्रा में पैरामिलिट्री फोर्स के साथ बिहार पुलिस बल के जवान को प्रतिनियुक्ति किया गया है। इसके साथ ही जिले में कुल 24 विशेष मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें पिंक बूथ, दिव्यांग बूथ, मॉडल बूथ और यूथ बूथ शामिल हैं।
अररिया लोकसभा क्षेत्र में कुल छह ऐसे पीडब्ल्यूडी मैनेज्ड मतदान केंद्र चिन्हित किया गया है, जहां सिर्फ दिव्यांग कोटि के मतदान दल दिखेगा। पीठासीन पदाधिकारी से लेकर पी वन, पी टू, पी थी, तक किसी न किसी प्रकार के दिव्यांग कोटि के होंगे। इसमें नरपतगंज के आमवि नरपतगंज पूरब भाग, रानीगंज का पंचायत भवन रामपुर, फारबिसगंज का द्विजदेनी स्मारक उवि नया भवन पूरब भाग, अररिया का कृषि उत्पादन बाजार समिति उतर भाग, जोकीहाट का आमवि जोकीहाट पूरब भाग और सिकटी का प्रोजेक्ट कन्या उवि पश्चिम भाग को नामित किया गया है।
वहीं पीठासीन से लेकर पी थी तक और स्टेटिक मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी, जवान सभी महिलाएं रहेंगी, उसे पिंक बूथ नाम दिया गया है। पिंक बूथ के रूप में नरपतगंज के कन्या मवि उत्तर भाग, रानीगंज के उमवि कमलपुर पूरब भाग, फारबिसगंज के ली अकादमी दक्षिण भाग, अररिया के राजकीय कन्या उवि मध्य भाग, जोकीहाट के आमवि जोकीहाट पश्चिम भाग और सिकटी के मवि सिकटी पूरब भाग को बूथ बनाया गया है।
जानें कब किसने-किसे हराया
साल 2009 तक अररिया लोकसभा एससी आरक्षित सीट रहा। सामान्य सीट होने के बाद हुए 2009 के चुनाव में यहां से BJP के प्रदीप सिंह सांसद बने। 2009 के चुनाव में प्रदीप सिंह ने करीबी मुकाबले में लोजपा के जाकिर हुसैन खान को हराया। 2014 के चुनाव में तस्लीमुद्दीन ने प्रदीप सिंह को हराया। सांसद रहते 17 सितंबर, 2017 को तस्लीमुद्दीन का निधन हो गया।
इसके बाद 2018 में हुए उपचुनाव में यहां से दिवगंत तस्लीमुद्दीन के बेटे सरफराज आलम ने राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदीप सिंह ने राजद के मो.सरफराज को वोटों के बड़े अंतर से शिकस्त दी और फिर से अररिया के सांसद बने।