March 17, 2025

झारखंड की राजधानी रांची में सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीमों ने 9 जगह छापा मारा। ED को अब तक 28 करोड़ से ज्यादा कैश मिला है।

ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पर्सनल सेक्रेटरी (PS) संजीव लाल के नौकर जहांगीर, PS के करीबी ठेकेदार मुन्ना सिंह, रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के इंजीनियर विकास कुमार और कुलदीप मिंज के घर रेड डाली गई। इसके अलावा 3 और ठिकानों पर छापा मारा गया।

PS संजीव के नौकर जहांगीर के घर 25 करोड़ और करीबी मुन्ना के यहां 3 करोड़ से ज्यादा का कैश मिला है। ED की टीम ने नोट गिनने की मशीनें और कैश वैन बुलाई है। अबतक नोट गिनने की चार मशीनें घर के अंदर गई है। सूत्र बताते हैं कि पैसे इतने है कि गिनते गिनते मशीन गर्म हो रही है। दोपहर बाद एक और गाड़ी मशीन लेकर पहुंची है।

 बता दें कि अबतक 20 करोड़ से ज्याद रुपये की गिनती हो चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि गिनती अभी भी जारी है। सूत्रों के अनुसार, नकद राशि 500 के नोटों में बरामद की गई। संजीव लाल के आवास पर स्टील के ट्रंक लाए गए हैं।

पीएम बोले- झारखंड में नोटों के पहाड़ मिल रहे

ओडिशा के नबरंगपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- “आज पड़ोसी राज्य झारखंड में नोटों के पहाड़ मिल रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि चोरी किया माल पकड़ रहा है मोदी वहां। अब आप मुझे बताइए, अगर मैं उनकी चोरी बंद कर दूं, उनकी कमाई बंद कर दूं, उनकी लूट बंद कर दूं, तो क्या वे मोदी को गाली देंगे या नहीं? लेकिन मुझे ये काम करना चाहिए या नहीं? मुझे आपके हक का पैसा बचाना चाहिए कि नहीं?”

मंत्री आलमगीर बोले- PS पहले भी 2 मंत्रियों के साथ रह चुका
मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि संजीव लाल एक सरकारी मुलाजिम है और पहले भी दो मंत्रियों के PS रह चुके हैं। अनुभव के आधार पर ही उन्हें नियुक्त किया गया था। ED अपनी कार्रवाई कर रही है, उसके बाद देखेंगे क्या होता है।

क्या है वीरेंद्र राम मामला
बता दें कि ईडी ने पिछले साल फरवरी में झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र के. राम को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। लंबे समय तक पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था। पूछताछ में ईडी के सामने वीरेंद्र राम ने कई बड़े व्यक्तियों के साथ अपने संबंधों का भी खुलासा किया। जानकारी के अनुसार राम के यहां 150 करोड़ की संपत्ति मिली थी। इसके अलावा दो करोड़ के स्वर्ण आभूषण भी बरामद किए गए थे। ईडी को वीरेंद्र राम के पास से एक लैपटॉप और कुछ पेन ड्राइव भी मिली थीं। ईडी ने पिछले साल 21 फरवरी को उनके 24 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की थी जो 22 फरवरी को समाप्त हुई थी। इस छापेमारी के दौरान उनके पास से बरामद दस्तावेजों के आधार पर वीरेंद्र राम से एजेंसी ने दो दिनों तक पूछताछ की थी।

ईडी ने अदालत को बताया था कि राम और उसके परिवार के बैंक खातों की जांच में उनकी आय के कानूनी स्रोतों से अधिक धन की जानकारी प्राप्त हुई। आरोप है कि राम ने अपने पिता, पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर चल और अचल संपत्ति अर्जित की। ये संपत्ति परिवार की आय के अनुपात में नहीं है। वीरेंद्र राम के खिलाफ सितंबर 2020 में मनी लॉन्ड्रिंग मामले की शिकायत दर्ज की गई थी।

भाजपा सांसद ने कहा- कांग्रेस प्रत्याशी की पार्टी की यही कहानी
BJP प्रत्याशी निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर ED की कार्रवाई और कैश का वीडियो शेयर किया। उन्होंने लिखा, “30 करोड़ से ज्यादा कैश, काउंटिंग जारी है। भ्रष्टाचार शिरोमणि हेमंत सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के PS के खिलाफ कार्रवाई। ये है प्रदीप यादव की पार्टी की कहानी।” बता दें कि झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से इंडी गठबंधन की ओर से कांग्रेस ने प्रदीप यादव को उम्मीदवार बनाया है।

फरवरी 2023 के छापे से जुड़ी आज की कार्रवाई, 100 करोड़ की संपत्ति मिली थी
22 फरवरी 2023 को ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के 24 ठिकानों पर ED ने छापा मारा था। वीरेंद्र राम की कंपनियों के अलावा 100 करोड़ रुपए की संपत्ति का पता चला था। डेढ़ करोड़ रुपए के जेवरात और करीब 30 लाख रुपए कैश मिले थे।

ED ने वीरेंद्र राम के खिलाफ दर्ज घूसखोरी के केस में छापा मारा था। ग्रामीण विकास विभाग के इसी केस के सिलसिले में सोमवार को भी ED की टीम ने 9 ठिकानों पर छापा मारा है।

ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम।
ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम।

वीरेंद्र राम का नाम JE ने लिया था, उसके घर भी 2.67 करोड़ कैश मिले थे

  • 15 नवंबर 2019 में जमशेदपुर में JE सुरेश प्रसाद के घर ED ने रेड की थी, जिसमें 2.67 करोड़ कैश मिले थे। तब JE ने बताया था कि ये पैसा चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम का है। इसके बाद ED ने जांच शुरू की।
  • 22 फरवरी 2023 को ED ने वीरेंद्र राम व उनके सहयोगियों से जुड़े ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। इस छापेमारी में वीरेंद्र राम के ठिकानों से आपत्तिजनक दस्तावेज के अलावा करीब डेढ़ सौ करोड़ की चल-अचल संपत्ति की जानकारी मिली थी।
  • वीरेंद्र राम के सहयोगी चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल के ठिकाने से नोटबंदी के पूर्व के 9.46 लाख रुपये के पुराने नोट और आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद हुए थे। इसके बाद 23 फरवरी को उसे गिरफ्तार किया गया था।

झारखंड के राज्यसभा सांसद के ठिकानों से मिले थे 300 करोड़
6 दिसंबर 2023 को आयकर विभाग ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के 10 ठिकानों पर छापेमारी की थी। झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में की गई छापेमारी में 300 करोड़ रुपए से ज्यादा का कैश बरामद किया गया। आयकर विभाग के महानिदेशक संजय बहादुर के मुताबिक ये सिंगल ऑपरेशन में बरामद हुई अब तक की सबसे बड़ी रकम है।

झारखंड की सीनियर IAS पूजा के CA के घर से मिले थे 19.31 करोड़ कैश
अवैध खनन मामले में ED ने 2 साल पहले देशभर में छापेमारी की थी। यह कार्रवाई झारखंड की सीनियर IAS अधिकारी पूजा सिंघल और उनसे जुड़े सत्ता के करीबी व्यक्तियों के 25 ठिकानों पर की गई थी। अफसर के करीबी CA के घर से 19.31 करोड़ रुपए जब्त किए गए थे। इस छापेमारी के बाद ED ने पूजा सिंघल को गिरफ्तार किया था। वो अभी जेल में हैं।

IAS पूजा के CA के घर से 19.31 करोड़ कैश मिले थे ।
IAS पूजा के CA के घर से 19.31 करोड़ कैश मिले थे ।

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