केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र बनाने का काम अल्पसंख्यकों और चरम वामपंथियों को सौंप दिया है. उन्होंने पर्सनल लॉ को बढ़ावा देने और देश को तुष्टीकरण की राजनीति में वापस ले जाने के लिए सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. नेटवर्क18 के ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि बीजेपी ने उसके खिलाफ चुनाव लड़ने वालों के इरादों को उजागर करने के लिए घोषणापत्र का मुद्दा उठाया है.
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा, ‘आप मुझे बताइए इस जमाने में कोई भी पॉलिटिकल पार्टी पर्सनल लॉ की बात कर सकती है क्या, क्या देश शरिया के आधार पर चलेगा? एक ओर हम अपने घोषणापत्र के अंदर, संकल्पपत्र के अंदर कह रहे हैं कि हम यूनिफॉर्म सिविल कोड लाएंगे और कांग्रेस कह रही है कि हम पर्सनल लॉ को प्रमोट करेंगे. कांग्रेस पार्टी को जवाब देना चाहिए, क्योंकि यह बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस रुख को दोहराते हुए कि कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप है, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘आप मुझे बताइए. वो कह रहे हैं कि देश के कॉन्ट्रैक्ट्स में माइनॉरिटी को प्रायरिटी देंगे. कॉन्ट्रैक्ट्स फर्स्ट पुअरेस्ट कौन है? पास्ट परफॉर्मेंस क्या है? काम करने की क्षमता है या नहीं है? इसके आधार पर निर्धारित होंगे या कॉन्ट्रैक्टर के धर्म के आधार पर निर्धारित होंगे? किस तरह ये देश चलाना चाहते हैं? देश की जनता को इसको सोचना पड़ेगा. बहुत समय बाद देश को तुष्टीकरण की राजनीति से नरेंद्र मोदी जी बाहर निकालकर लाए हैं. ये फिर से उसी दिशा में ले जा रहे हैं क्योंकि कांग्रेस जीतने का आत्मविश्वास गंवा चुकी है.’
अमित शाह ने आगे कहा इस बात पर कोई अस्पष्टता नहीं है कि अल्पसंख्यकों के बीच वितरण के लिए संसाधन कहां से आएंगे. उन्होंने कहा, ‘यह देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बयान है, बड़ा प्रसिद्ध बयान था कि इस देश के संसाधनों पर सबसे पहला अधिकार माइनॉरिटी का और माइनॉरिटी में भी मुसलमानों का है. अब जब वेल्थ डिस्ट्रीब्यूट करने की बात आती है तो संसाधन से ही होगी. सरकार लोगों की संपत्ति लेकर डिस्ट्रीब्यूट करेगी. और मैं कहता हूं कि अगर ये सच नहीं है तो कांग्रेस पार्टी बताए कि इसका मतलब क्या है?’
लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति निर्धारित करने और उसके अनुसार धन का पुनर्वितरण करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘नेशनवाइड एक्स-रे’ के विचार पर गृह मंत्री ने अमित शाह ने कहा कि यह उनकी सोच है. मुझे लगता है कि इतनी पुरानी पार्टी ने अपना घोषणापत्र बनाने का काम अल्पसंख्यकों और अति वामपंथी लोगों को सौंप दिया है.
बीजेपी और पीएम मोदी के ‘मंगलसूत्र छीन लिए जाएंगे’ वाले बयान के बारे में पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा कि धन के मुद्दे में लोगों की बचत, संपत्ति और ‘स्त्रीधन’ शामिल हैं. अमित शाह ने विरासत कर बहस पर भी जोर दिया और उन्होंने कांग्रेस के विदेशी विंग के अमेरिका स्थित अध्यक्ष सैम पित्रोदा पर कटाक्ष किया, जिन्होंने हाल ही में संपत्ति के पुनर्वितरण के मुद्दे पर चर्चा करते हुए अमेरिका में विरासत कर के बारे में बात की थी. अमित शाह ने कहा, ‘मुझे लगता है कि सैम पित्रोदा एक आइवरी टॉवर में रह रहे हैं. उनका इस देश की संस्कृति, लोगों के मूड और इस देश की परंपराओं से कोई लेना-देना नहीं है.’