सुपौल में सीएम नीतीश ने चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने लड़कियों को आगे बढ़ाने का काम किया है। 2005 से पहले कितनी बुरी स्थिति थी। याद कर के ही आदमी डर जाता है। इन लोगों ने मुस्लिमों के लिए कुछ नहीं किया। चुनाव के समय वोट मांगने आ जाते हैं। हम लोगों ने आपके मदरसों को मान्यता दी। आपके शिक्षकों को सरकारी वेतन दिया। ये लोग हिंदू-मुस्लिम में झगड़े करवाते थे।
हम काम करते हैं, ये लोग गिनवाते हैं
सीएम ने आगे कहा कि हमें भूलिएगा मत। इधर-उधर वोट मत दीजिएगा। बोलते हैं इन्होंने नौकरी दी है। इन लोगों ने कोई नौकरी दी है। हम लोगों ने सब काम किया। ये लोग उसका गुणगान गाते हैं।
इससे पहले सीएम ने झंझारपुर के लोकही में सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम बिहार में 40 और देश में 400 से ज्यादा सीट जीतने वाले हैं। नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। सीएम ने कहा कि 2005 के पहले बिहार में कुछ नहीं था। हम सरकार में आए तो काम करवाया। इन लोगों को कुछ नहीं पता है। उन्होंने बिहार के लिए कुच नहीं किया है। सिर्फ अपने परिवार को आगे बढ़ाना जानते हैं। सीएम ने एनडीए के उम्मीदवार रामप्रीत मंडल को जीताने की अपील की। 3 बजे के बाद सीएम रोड शो करेंगे।
लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है, वहीं एक बार फिर सीएम ने बुधवार (1 मई) को धनिकलाल मंडल हाई स्कूल, पिपरॉन, मधुबनी में चुनावी सभा को संबोधित किया. सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि, ”आज के इस कार्यक्रम में भीषण गर्मी है. इसके तुरंत बाद ही ऐसा लगा जैसे सीएम पर गर्मी का असर ज्यादा हो गया है. हमेशा की तरह एक बार फिर सीएम ने कुछ का कुछ बोल दिया. यानी उनकी जुबान फिर फिलस गई. बीजेपी के चार सौ पार के नारे को उन्होंने 4000 पार कह दिया. ये सुनकर सभी लोग एक दूसरे को देखने लगे.”
वहीं आगे सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि, ”आज के इस कार्यक्रम में भीषण गर्मी के इस दौर में हम तो आए हैं. झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रामप्रीत मंडल के लिए. इसी दौरान उन्होंने 400 पार के बदले 4000 पार की बात कह दी.” साथ ही आगे सीएम ने कहा कि, ”मुसलमान के लिए हमने कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू करवाया, मदरसों को भी सरकारी मान्यता दी. हिंदू-मुस्लिम में काफी झगड़ा होता था और स्वास्थ्य की व्यवस्था बहुत खराब थी. हमने सभी क्षेत्र में काम किया अब हिंदू- मुस्लिम झगड़ा भी नहीं होता है.”
2005 से अब तक किए गए काम गिनाए
इसके अलावा आपको बता दें कि सीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि, ”ये लोग तो कुछ काम किया नहीं और भाषण देते रहते हैं. बीच में हमलोग कुछ दिन के लिए इनको ले लिए थे. वही सब भाषण में बोलता रहता है कि हम किए, हम किए.” वहीं किसी का नाम लिए बगैर उन्होंने आगे कहा कि, ”ये लोग सिर्फ पत्नी, बेटे, बेटियों और परिवार के लिए ही कर रहे हैं. हमलोगों का न कोइ बेटा न कोइ बेटी है, हमलोगों के लिए पूरा बिहार है.”
आपको बता दें कि आगे सीएम नीतीश ने कहा कि, ”जब हम लोग 2005 के नवंबर से काम करना शुरू किया और तब से ही पूरे राज्य में सब तरह का काम हुआ है. उसके पहले यह लोग जो काम करते थे कांग्रेस के थे या और भी दूसरे थे तब सोच लीजिए कि शाम में लोग घर से बाहर नहीं निकल पाते थे. कहीं सड़क नहीं थी बुरा हाल था. बहुत कम बिजली उपलब्ध थी. जब हम लोगों को काम करने का मौका मिला तो हमने एक-एक चीज पर काम किया.”
‘लड़कियां पढ़ने लगी तो प्रजनन दर में कमी आई’ – CM
इसके साथ ही आपको बता दें कि सीएम ने मधुबनी में अपने काम गिनाते हुए कहा कि, ”पहले लड़कियां पढ़ती नहीं थी. फिर हमने साइकिल और पोशाक योजना चलाई, इंटर पास करने पर 25 हजार, स्नातक पास करने पर 50 हजार की राशि को लागू की. 2005 में प्रजनन दर क्या था 4.3 था, जब से लड़कियां पढ़ने लगी तब से प्रजनन दर में भी कमी आई, अब घटकर 2.9 है. हमने सभी क्षेत्र में काम किया.”